भेदभावपूर्ण नीति से भड़के पशुपालक, बोले कंपनी किसानों का कर रही शोषण
न्यूज़ नेटवर्क।
बलरामपुर। जिले के पशुपालकों ने श्वेतधारा डेयरी कंपनी पर भेदभावपूर्ण नीति अपनाने और किसानों का आर्थिक शोषण करने का गंभीर आरोप लगाया है। किसानों का कहना है कि कंपनी बलरामपुर में दूध सस्ते दाम पर खरीद रही है, जबकि सुल्तानपुर जिले में उसी दूध को अधिक दर पर खरीदकर खुलेआम भेदभाव कर रही है।
जानकारी के अनुसार, श्वेतधारा डेयरी बलरामपुर में 50 से 51 रुपये प्रति लीटर की दर से दूध खरीद रही है, जबकि सुल्तानपुर जिले में यही दर 55 से 56 रुपये प्रति लीटर तक पहुंची हुई है। इस अंतर ने स्थानीय पशुपालकों में आक्रोश फैला दिया है। किसानों का कहना है कि यह अंतर न केवल अनुचित है, बल्कि किसानों के परिश्रम का अपमान भी है।
पशुपालक राकेश यादव, अजय कुमार और राजेंद्र प्रसाद ने विभागीय अधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है कि डेयरी कंपनी की यह नीति किसानों के साथ घोर अन्याय है। उन्होंने कहा कि महंगाई, पशु चारे के बढ़े दाम और देखभाल के बढ़ते खर्च को देखते हुए वर्तमान दरें लागत भी नहीं निकाल पा रही हैं।
किसानों का आरोप है कि एक ओर प्रदेश सरकार किसानों की आय दोगुनी करने की योजनाएं चला रही है, वहीं निजी डेयरी कंपनियां किसानों के हक पर डाका डाल रही हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि दूध की खरीद दरों में शीघ्र संशोधन नहीं किया गया, तो वह आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
इस संबंध में जब श्वेतधारा डेयरी के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो उनका पक्ष समाचार लिखे जाने तक प्राप्त नहीं हो सका।किसानों का कहना है कि यदि सरकार और विभाग ने जल्द हस्तक्षेप नहीं किया, तो बलरामपुर के दुग्ध व्यवसाय पर गंभीर संकट खड़ा हो सकता है।
