न्यूज़ डेस्क: दीपावली के उल्लास में रायबरेली की हवा में जहर घुल गया है। शहर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई ) लगातार खराब हो रहा है। बीते शनिवार को घंटाघर क्षेत्र का एक्यूआई 107 रिकार्ड किया गया, जो सामान्य सीमा से कहीं अधिक है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि दीपावली के दूसरे दिन प्रदूषण का स्तर दोगुना पहुंच सकता है।
वर्तमान स्थिति को देखते हुए सांस और फेफड़ों के मरीजों के लिए हालात खतरनाक हो सकते हैं। सर्द मौसम में हवा की गति धीमी पड़ने और पटाखों के धुएं के कारण वायुमंडल में धूल और धुएं के कण (पीएम 2.5 व पीएम 10) ठहर जाते हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता और गिर जाती है। रायबरेली में सभी तहसीलों में प्रदूषण का स्तर खराब है।
विशेषज्ञों का कहना है कि दीपावली की रात पटाखों के धुएं और सर्द मौसम के मेल से वायु गुणवत्ता और गिर जाएगी। ऐसे में वरिष्ठ नागरिकों, बच्चों और अस्थमा के मरीजों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। पर्यावरण विशेषज्ञों ने नागरिकों से पटाखों का सीमित उपयोग करने और पर्यावरण मित्र दीपावली मनाने की अपील की है।