अयोध्या। अयोध्या के जाना बाजार रोड के किनारे स्थित एक मकान में रविवार दोपहर दो बजे विस्फोट होने के साथ ईंट का बना मकान भरभरा कर धराशायी हो गया और मलबे में तब्दील हो गया। मकान का मलबा सड़क और आसपास के मकानों तक पहुंच गया। घटना के बाद मौके पर अफरातफरी और हड़कंप मच गया।
घटनास्थल बीकापुर कोतवाली से करीब 200 मीटर की दूरी पर होने के चलते प्रभारी निरीक्षक लालचंद सरोज पुलिस कर्मियों के साथ पहुंचे। मौके पर लोगों की भीड़ लग गई। मकान गिरने से मलबे में दबे नगर पंचायत कर्मी सहित तीन युवकों शेरपुर पारा, बीकापुर निवासी श्रवण यादव (22), तेंदुआ माफी, बीकापुर निवासी विवेकानंद पांडेय (25) और धेनुवावा, बीकापुर निवासी विजय यादव (30) को मलबा हटाकर पुलिसकर्मियों व स्थानीय लोगों की ओर से बाहर निकाला गया। इन तीनों को गंभीर हालत में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीकापुर पहुंचाया गया।
जांच पड़ताल के बाद चिकित्सक अनुराग गुप्त ने श्रवण यादव को मृत घोषित कर दिया। गंभीर रूप से घायल विजय यादव और विवेकानंद पांडेय को जिला अस्पताल रेफर कर दिया। हादसे में घायल विजय यादव नगर पंचायत बीकापुर कार्यालय में लिपिक के पद पर तैनात हैं। दूसरे घायल विवेकानंद पांडेय बीकापुर तहसील में एक लेखपाल के मुंशी के तौर पर काम करते हैं। मकान तहसील में मुंशी का काम करने वाले विवेकानंद पांडेय का बताया जा रहा है। इसमें उनकी ओर से कार्यालय बनाया गया था।
घटना के बाद अग्निशमन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची। जेसीबी से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया। एसडीएम श्रेया और सीओ पीयूष के अलावा बीकापुर कोतवाली और हैदरगंज थाने की पलिस भी मौके पर मौजूद है। सड़क के दोनों तरफ आवागमन बंद किया गया है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी महेंद्र प्रताप सिंह ने भी मौके पर जांच पड़ताल की गई।
विस्फोट और मकान के गिरने का कारण अभी पता नहीं चल सका है। मलबा हटाने के दौरान अभी तक पुलिस को कोई गैस सिलेंडर अथवा संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। सीओ पीयूष ने बताया कि ईंट का बना मकान काफी जर्जर है। अभी तक कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली है। न ही कोई सिलेंडर बरामद हुआ है। यह भी आशंका जताई जा रही है कि मकान जर्जर होने से गिर सकता है, जिससे तेज आवाज हुई होगी। सही कारण पता लगाने और जांच के लिए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया है।