रायबरेली:
लालगंज के चकवापुर में बुधवार को अचानक शॉर्ट सर्किट से आग लग गई। जब तक ग्रामीण कुछ समझते आग ने एक के बाद 13 घरों को अपनी चपेट में ले लिया। अचानक तेज लपटों को देख ग्रामीणों में चीख पुकार मचगई। स्थानीय लोगों ने आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दिया और आग बुझाने के प्रयास शुरू किया। हादसे में एक महिला गंभीर रूप से झुलस गई तो दो भैंस और सात बकरियां जिंदा जल गईं।
ग्रामीणों का कहना है कि गांव के ही पल्लर के घर के पास लगे बिजली के खंभे में शॉर्ट सर्किट से चिंगारी निकली और पास में लगे कूड़े के ढेर में आग लग गई। जबतक आसपास के लोगों को कुछ समझते, आग की लपटों ने कांती के छप्पर को अपनी चपेट में ले लिया। कांती ने जानवरों को बाहर निकालने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेजी से फैली कि दो भैंस और पांच बकरियां जिंदा जल गईं। साथ ही बरामदे में खड़ी बाइक, समेत पूरी गृहस्थी जल गई। अपने सामने जल रहे सामन को देख कांती बदहवास हो गई और सामान बचाने के लिए दौड़ पड़ी। इस दौरान वह भी झुलस गई। ग्रामीणों ने किसी तरह उन्हें बचाया और अस्पताल में भर्ती कराया।
तेज हवा के चलते आग ने आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। इस तरह गांव के गेंदालाल, गुप्तार, बराती, अंबिका, भोरा, रमेश, शिवचंद और हंसराज के घर भी जल गए। आग लगने की सूचना के डेढ़ घंटे बाद फायर बिग्रेड़ की टीम पहुंची तो ग्रामीणों ने नाराजगी जाहिर की। इसके बाद किसी तरह टीम ने ग्रामीणों की मदद से आग पर काबू पाया। ग्रामीणों का कहना है कि अग्निकांड में करीब 20 लाख रुपये की क्षति होने का अनुमान है।
इनसेट
समय पर पहुंचती फायर बिग्रेड जो कम होता नुकसान
ग्रामीणों का कहना है कि समय पर दमकल की गाड़ी पहुंच जाती तो नुकसान कम होता। बताया कि आग लगते की फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस को फोन किया गया, लेकिन टीम करीब एक से डेढ़ घंटे बाद पहुंचीं। देर से पहुंचने पर ग्रामीणों में नाराजगी जताई। घटना की सूचना मिलते ही तहसीलदार ध्रुवनारायण, नायब तहसीलदार शंभूशरण पांडेय और राजस्व टीम के साथ मौके पर पहुंचे और लेखपाल को नुकसान का आकलन करने के निर्देश दिए। पीड़ितों को प्रशासन ने हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है।