न्यूज़ डेस्क: विकास क्षेत्र डार्क जोन की विभीषिका से अभी भी उबर नहीं पाया है। इससे उबरने के लिए पौधरोपण व वर्षा जल संचयन की जरूरत है, ग्रामीणों का आरोप है कि पौधे रोपने वाले ही हरे पेड़ों पर आरा चलवा रहे हैं। जिस गति से पेड़ कट रहे हैं यदि नहीं रुके तो पर्यावरण संतुलन बिगड़ जाएगा और शीघ्र ही इसके नकारात्मक परिणाम सामने होंगे ।
क्षेत्र में इस समय हरे पेड़ों की कटान चरम पर है आम नीम महुआ के पेड़ों पर आरा चलाया जा रहा है लेकिन जिम्मेदार मौन है बात समझ से परे है। क्षेत्र के गहरौली पाठक खेड़ा महाराजपुर हल्लापुर पूरे नाथू मजरे बरुआ हार में लगातार हरे पेड़ों की कटान हो रही है । वन विभाग एक पेड़ पर कार्रवाई करता है, लेकिन उसी की आड़ में ठेकेदार कई कई पेड़ काट ले जाते हैं इससे पर्यावरण संतुलन बिगड़ रहा है।
क्षेत्र डार्क जोन की श्रेणी में है जल स्रोत काफी गहराई में चले गए हैं यदि पेड़ों की कटान न रोकी गई तो भविष्य में नकारात्मक परिणाम सामने होंगे। उधर इस संबंध में वन रेंज अधिकारी नीरज जोशी का कहना है की कटान की जानकारी मिली है जांच कर विधिक कार्रवाई की जाएगी मुकदमे दर्ज होंगे ।