• Mon. Nov 10th, 2025

Sashakt News

सशक्त न्यूज़- सच्ची और सशक्त ख़बर

श्रीराम के आगमन पर स्वागत में बना रहे मिट्टी के दिये

News Desk

ByNews Desk

Oct 30, 2024
Oplus 1026oplus_1026

ऊंचाहार: परंपरा को जीवंत रखने के लिए पूरे शिव गुलाम राय मठ निवासी महादेव प्रजापति 95 वर्ष की अवस्था में भी दिये पूरे उत्साह के साथ बनाते हैं। वह कहते हैं कि भगवान श्रीराम ने लंका पर विजय प्राप्त कर अमावस्या के दिन जब अयोध्या आए थे, तो प्रजा ने उनका स्वागत दीप जलाकर किया था। उन्होंने बताया कि हम तो भगवान राम की प्रजा हैं, जब तक जिंदा हैं तब तक दिये बनाते रहेंगे। उन्होंने इस बार भी दीपावली तक 10 हजार दिये बनाने का लक्ष्य रखा है, इसमें से लगभग आठ हजार दिये अब तक बना चुके हैं।

महादेव ने 10 वर्ष की अवस्था से ही पूरी लगन और मेहनत के साथ मिट्टी के दिये बना रहे हैं। वह अब तक 20 लाख से अधिक दिये बन चुके हैं। बढ़ती उम्र के बीच चाक चलाने में दिक्कतें आने पर पर पांच वर्ष पूर्व इलेक्ट्रानिक चाक खरीदी। और हर अब दीपावली पर सिर्फ 10 हजार दिये ही बनाते हैं। उन्होंने बताया कि दीपावली के दिन लक्ष्मी मैया व गणेश के अलावा भगवान श्रीराम भी घर आते हैं। महादेव ने कहा कि दशहरे पर उन्होंने रावण का वध किया था। आज भी लोग अपने भीतर की बुराई के रूप में रावण का पुतला जलाते हैं। दीपावली के दिन घर को संवार कर भगवान के घर आने का स्वागत करते हैं। इनके दिये विकासखंड के सभी ग्रामपंचायतों में घर-घर जाते हैं। कहते हैं कि न जाने किस दिये के भाग्य में भगवान श्रीराम का स्वागत होगा। इसके बदले कम से कम कुछ पुण्य वह भी कमा लेंगे। उन्होंने बताया कि मिट्टी के बर्तन और दिये बनाने कि अपने आप में एक कला है। वर्ष 2002 से लेकर 2016 तक कुम्हारों को लंबा वनवास मिला है। वर्ष 2017 से अयोध्या में दीपोत्सव के बाद दियों की मांग फिर से बढ़ी है। दिये के साथ-साथ अब कुम्हारों का परिवार मिट्टी के धोंतू, घड़ा, सुराही, गुल्लक, कुल्हड़ समेत अन्य बर्तन बनाकर इस कला को जीवित करने की कोशिश कर रहे हैं।

इस बार अच्छे कारोबार की उम्मीद

महादेव कहते हैं कि इलेक्ट्रानिक झालरों व अन्य उपकरणों में भले ही बाजारों में चकाचौंध भर दी हो, लेकिन दीपावली व छठ पूजा पर्व पर कुम्हारों द्वारा बनाए गए बर्तनों के बिना त्योहार पूरे नहीं होते। कुम्हार ही हैं जो अपने हुनर से मिट्टी को विभिन्न आकार देकर त्योहारों में चार चांद लगाते हैं। दीपोत्सव के आते ही क्षेत्र के कई गांव के कुम्हार मिट्टी के दीपक तैयार करने में जुड़ जाते हैं। इससे होने वाली आमदनी से वह भी खुशहाली से परिवार समेत दीपोत्सव पर्व मनाते हैं।

Related posts:

रायबरेली में गेगासों गंगा पुल के मरम्मत पर खर्च होंगे 16 करोड़, काम शुरू

न्यूज़ नेटवर...
Sunday November 9, 2025

कार्तिक पूर्णिमा पर इस पौधे की पूजा अर्चना करने से घर में आती है सुख समृद्धि

न्यूज़ डेस्क...
Wednesday November 5, 2025

चेयरमैन की मेहनत लाई रंग, आज डलमऊ में दिखेंगी काशी की झलक

न्यूज़ डेस्क...
Tuesday November 4, 2025

बहराइच जनपद में जंगल में बसे इस गांव को दूसरी जगह बसाया जाएगा सीएम ने दिया आदेश

बहराइच जनपद ...
Sunday November 2, 2025

रायबरेली के असीम श्रीवास्तव को दिल्ली के उप राज्यपाल ने किया सम्मानित

  नी...
Sunday November 2, 2025

अखिलेश यादव की युवा सोंच से बदल रहा ग्राम पंचायत का स्वरूप

न्यूज़ डेस्क...
Saturday November 1, 2025

मॉडल यूथ ग्राम सभा के माध्यम से ग्रामीण युवाओं के सशक्तिकरण के सुझाव देने दिल्ली जाएंगे अखिलेश यादव

न्यूज़ डेस्क...
Monday October 27, 2025

एक माह में सड़कें होंगी चकाचक, सरकार ने कर दिया ऐसा काम

रायबरेली। बा...
Thursday October 23, 2025

बिजली बिल बकायदारों की होगी बल्ले बल्ले सरकार जल्द ला सकती है यह योजना

लखनऊ: यूपी क...
Saturday October 11, 2025

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *