ऊंचाहार: बिजली विभाग में लाइनमैन अपनी जान जोखिम में डालकर काम करने को मजबूर हैं। संविदा पर कार्यरत इन लाइनमैनों को अभी तक टूल किट नहीं दी गई है। जिससे उन्हें खंभों और मशीनों पर काम करने के दौरान खतरा बना रहता है। पिछले चार माह के दौरान कई संविदा लाइनमैन दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं। जिम्मेदार अधिकारी इनकी सुरक्षा को ध्यान न रखकर दिन इनसे रात काम करा रहे हैं।
ऊंचाहार कस्बा, तहसील, जमुनापुर, रोहनिया, रसूलपुर, इटौरा बुजुर्ग, गदागंज, जगतपुर स्थित विद्युत उपकेंद्रों के 32 फीडरों पर लगभग 180 संविदा लाइनमैन कार्यरत हैं। और इन सभी को आउटसोर्सिंग के जरिए अवनी परिधि कंपनी ने विद्युत उपकेंद्रों में तैनात किया है। विभागीय अधिकारियों ने कंपनी को हाथ ग्लव्स, हेलमेट, बेल्ट सहित पूरी सुरक्षा किट दिए जाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन कंपनी ने लाइनमैनों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं किए हैं।
पिछले दिनों हुई वर्षा के बाद बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। उपभोक्ताओं के साथ-साथ विभागीय अधिकारी व कर्मचारी भी परेशान थे। कई क्षेत्र ऐसे थे जिनमें चार से पांच दिन बाद ही आपूर्ति बहाल हो सकी थी। हालांकि विभाग के अधिकारी आपूर्ति को बहाल करने के लिए दिन-रात जुटे रहे, परंतु जो लाइनमैन काम कर रहे थे, उनकी जान की जोखिम की परवाह विभाग अधिकारियों से लेकर आउटसोर्सिंग कंपनी को नहीं है। लाइनमैन बिना सुरक्षा उपकरणों के बिजली मरम्मत कार्य करने को मजबूर रहते हैं।
पूर्व में बिना सुरक्षा उपकरण के काम करने वाले मिर्जाइनायतुल्ला पुर निवासी मनोज कुमार, पूरे मानी गांव के सुरेश कुमार, राजेश आदि करंट की चपेट में आकर गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। वहीं चार सितंबर को कंदरावा निवासी कल्लू की करंट की चपेट में जाने से मौत हो चुकी है। इसके बाद भी प्रत्येक दिन चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान अधिकारियों की मौजूदगी में भी लाइनमैन बिना सुरक्षा उपकरण के कनेक्शन काटते वह खंभे पर चढ़ते रहते हैं।
विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र सिंह ने बताया कि अवनी परिधि द्वारा तैनात किए गए कर्मचारियों से ही बिजली संबंधी कार्य कराए जाते हैं। संबंधित कंपनी को पूर्व में कई बार लाईनमैनों को सुरक्षा किट देने के लिए पत्राचार किया गया है।
