रायबरेली: समाज कल्याण विभाग से परिवार के मुखिया की मौत होने पर 30 हजार रुपये की राहत राशि मृतक के आश्रित को देने की योजना है। लालगंज के हरीपुर गांव में 23 लोगों को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र से 23 लोगों को पारिवारिक लाभ दिए जाने के मामले की शिकायत की जांच के बाद भी कार्रवाई न होना बड़े घालमेल की ओर इशारा कर रहा है। यही नहीं जानकारों का कहना है कि बीते पांच वर्ष में पारिवारिक लाभ के लाभार्थियों व उनके अभिलेखों का सत्यापन कराया जाए तो सैकड़ों की संख्या में लोगों को गलत ढंग से योजना देने का देने का पर्दाफाश होगा।
लालगंज के हरीपुर गांव में 23 लोगों को फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्रों के आधार पर पारिवारिक लाभ योजना का लाभ देने में की गई अनियमितता एक बानगी है। लोगों का कहना है कि फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र से 23 लोगों को लाभ दिलाने का मामला जांच में सही मिला, लेकिन कार्रवाई की जहमत किसी ने नहीं उठाई। ऐसे तमाम मामले अभी फाइलों में दबे हुए हैं। शिकायतकर्ता राम प्रकाश का कहना है कि इतने मामले पकड़ में आए हैं, समाज कल्याण विभाग में पांच साल के लाभर्थियों का सत्यापन कराया जाए तो सैकड़ों मामले प्रकाश में आएंगे।
2022 तक तहसील से जांच रिपोर्ट के आधार पर लाभार्थियों को योजना का लाभ दिया जाता था। लालगंज के हरीपुर का मामला भी उसी दौरान का है। प्रकरण संज्ञान में या है। मामले की जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी होगा कार्रवाई ी जाएगी। विभाग द्वारा जांच पड़ताल क बाद ही योजना कर लाभ दिया जा रहा है। गड़बड़ी किस स्तर पर हुई है। इसकी पड़ताल कराई जाएगी।
-सृष्टि अवस्थी, समाज कल्याण अधिकारी
वर्षवार आंकड़े
सत्र – लाभार्थियों की संख्या – धनराशि
201819 – 2681 – 8,430000
2019-20 – 2460 – 7,3800000
2020-21 – 2416 – 7248,000
2021-22 – 1229 – 3,6870000
2022-23 – 933 – 27990000