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आमतौर पर एक किलोग्राम टमाटर खरीदने वाले ग्राहक दाम बढ़ाने की वजह से एक पाव पर आ गए हैं। यही स्थिति बैगन एवं भिंडी तथा परवल की भी है। वर्षा होने के पहले भाव ठीक आधा था। जैसे ही बरसात शुरू हुई कि सब्जियों के दाम में उछाल गया। साथ ही इसकी एक वजह खेत में पानी भरने से सब्जियों का उत्पादन कम होना बताया जा रहा है। दूसरे जिलों से मंडी में आने वाली हरी सब्जियां पर्याप्त मात्रा में नहीं आ पा रही हैं। इस वजह से डैम में उछाल आना स्वाभाविक है। सवैया तिराहा स्थित सब्जी मंडी में सब्जी खरीदने आए कस्बा निवासी ज्ञान प्रकाश पांडेय कहते हैं कि जो हरी सब्जी एक किलो लेते थे दाम बढ़ने की वजह से आधा किलो कर दिया गया है। वर्षा होने के बाद से सब्जियों का दाम दोगुना हो गया है। आलू और प्याज के थोक कारोबारी शिव प्रकाश बताते हैं कि महाराष्ट्र से आने वाली प्याज की गाड़ियां नहीं आ पा रही हैं। बरसात के चलते गाड़ियां फंसी हुई है, जो गाड़ियां आ रही है वह अभी पर्याप्त नहीं हैं। इस वजह से फुटकर सब्जी के दाम में वृद्धि हुई है।