ऊंचाहार से नागेश त्रिवेदी की रिपोर्ट
ऊंचाहार रायबरेली: सन्त निरंकारी आश्रम में सत्संग कार्यक्रम का आयोजन हुआ। सत्संग की अध्यक्षता करते हुए वक्ता अमर प्रताप ने कहा ।
जीवन का आधार ईश्वर है । प्रभु परमात्मा को ही अपना आराध्या मानकर हम सभी को जीवन जीना चाहिए। दुनियावी रंग अपने ऊपर नहीं चढ़ने देने चाहिए। भक्ति के रंग में रंग कर सांसारिक वस्तुओं का निर्लिप्त भाव से आनंद ही जीवन का सार है। परमात्मा से यही प्रार्थना करते हैं यह मन तो अत्यअधिक चंचल है। हम इसकी चंचलता में कई भटक न जाए हमारा विश्वास आपके ऊपर बना रहे ।परमात्मा की याद जीवन में बनी रहनी चाहिए ।तब भक्ति बहुत ही सहज बन जाती है। जैसे भाव मन में बन जाते हैं। वहीं हम सब करते हैं। अच्छे विचारों का होना आवश्यक है। प्रभु परमात्मा को देखकर हम सभी से प्रेम करते हैं। फिर किसी से कोई भेदभाव नहीं रखते। सन्त जन मानवता को निखारने का ही कार्य करते आये है ।आज भी मानवता से युक्त होकर जीवन जीने की प्रेरणा दी जा रही है ।इस मौके पर ब्रांच प्रबन्धक ज्ञान प्रचारक महात्मा बसन्त लाल , राम लखन , संजय कुमार श्रीवास्तव, पवन कुमार ,हरिकेश ,बसन्त सिंह , वंदना, ऊषा देवी जी, कर्मावती, रजनी आदि सांध संगत मौजूद रही।