निर्भय तिवारी, डलमऊ: सनातन धर्म पीठ के महामंडलेश्वर स्वामी आनंद गिरि ने भाद्रपद की पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डाला, जिसमें बताया गया कि भाद्रपद माह में पूर्णिमा को बहुत शुभ माना जाता है। इस तिथि पर चंद्रमा, भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विशेष पूजा-अर्चना का विशेष महत्व है। इस तिथि पर उपवास रख पूजन करने से दुख और दरिद्रता की मुक्ति होती है। जातक को सभी कार्य में सफलता प्राप्त होती है।
इस पुजारी पर करें स्नान
17 सितंबर को सुबह 11:44 बजे से प्रारंभ होगा और 18 सितंबर को सुबह 08:04 बजे समाप्त होगा। ज्योतिष गणना के अनुसार, 17 सितंबर को पूर्णिमा व्रत रखा जाएगा। 18 सितम्बर को भाद्रपद पूर्णिमा के अवसर पर स्नान दान किया जायेगा।