बुजुर्गों का आयुष्मान कार्ड बनाने को डोर-टू-डोर शुरू हुआ अभियान
ऊंचाहार, रायबरेली: आयुष्मान भारत योजना के तहत केंद्र सरकार ने 70 अथवा इससे अधिक आयु के बुजुर्गों का आयुष्मान (गोल्डन) कार्ड बनाने का आदेश जारी किया है। इससे संबंधित पत्र व्यवस्था विभाग को प्राप्त हो चुके हैं। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग ने कार्ड बनाने को लेकर डोर-टू-डोर अभियान शुरू कर दिया है।
आयुष्मान भारत योजना के तहत जिनके गोल्डन कार्ड बने हैं, उन्हें पांच लख रुपए तक मुफ्त उपचार की सुविधा सरकार की तरफ से दी गई है। इसके लिए क्षेत्र के कई अस्पतालों को भी संबद्ध किया गया है। इसमें समेत सरकारी व निजी अस्पताल शामिल हैं। वरिष्ठ नागरिकों के आयुष्मान कार्ड भी बनाने के आदेश सरकार द्वारा दिए गए हैं। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग अब एएनएम और आशा के माध्यम से घर-घर जाकर अभियान चला कर 70 या इससे अधिक आयु के बुजुर्गों का गोल्डन कार्ड बनवाना शुरू कर दिया है।
सीएचसी अधीक्षक डा मनोज शुक्ल ने बताया कि वरिष्ठ नागरिकों के लिए कार्ड बनवाने की पात्रता सिर्फ आधार कार्ड है। एएनएम और आशा गांवों घर घर जाती हैं, इसलिए उन्हें आधार कार्ड में उम्र देखकर बुजुर्गों के आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा बुजुर्ग नागरिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आयुष्मान मित्र अथवा पंचायत भवनों में पंचायत सहायक से आयुष्मान कार्ड बनवाने के लिए आनलाइन आवेदन करवा सकते हैं। कार्ड बनवाने की प्रक्रिया पूरी होने में लगभग 10 से 15 दिन का समय लगता है। इसके बाद कार्ड बन जाने पर उन्हें स्वास्थ्य सुविधा का लाभ मिलने लगेगा।