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बच्चों में शिक्षा, वैज्ञानिक दृष्टि और संस्कार ही समृद्ध भारत की वास्तविक नींव : प्रदीप पांडेय
न्यूज़ नेटवर्क
रायबरेली। मातृभूमि सेवा मिशन इकाई रायबरेली की ओर से संचालित दैनिक निःशुल्क योग प्रशिक्षण शिविर में शुक्रवार को प्रातः बाल दिवस पर सेवा-भाव, संस्कार और बच्चों के सम्मान के साथ अत्यंत गरिमामय वातावरण में मनाया गया। शहर स्थित सई नदी तट के निकट भारत माता मंदिर–शहीद स्मारक प्रांगण में प्रातः 6 से 7 बजे आयोजित नियमित योगाभ्यास के उपरांत शिविर परिसर बाल दिवस की उल्लासमयी भावना से आलोकित हो उठा।
शिविर में प्रतिदिन आने वाले बच्चों की उपस्थिति और उत्साह इस बार समारोह का केंद्र रहा। योग समापन के बाद वरिष्ठ योग प्रशिक्षिका श्रीमती सोनम गुप्ता ने बाल दिवस पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चों की निष्पाप जिज्ञासा और सीखने की ऊर्जा ही राष्ट्र के उज्ज्वल कल की सबसे सशक्त नींव है। उन्होंने शिविर में प्रतिदिन योग करने वाले दो बालक प्रकाश और सौरभ को अंगवस्त्र भेंट कर सम्मानित किया।
सोनम ने कहा कि बाल दिवस केवल उत्सव नहीं, बल्कि यह हमें यह स्मरण कराता है कि बच्चों का शारीरिक, मानसिक और नैतिक विकास ही राष्ट्र निर्माण की पहली शर्त है। इकाई संयोजक प्रदीप पांडेय ने बाल दिवस के अवसर पर कहा कि समृद्ध और आधुनिक भारत की आधारशिला बच्चों में शिक्षा, वैज्ञानिक सोच और चरित्र निर्माण है।
बालक ही आने वाले राष्ट्र की दिशा तय करते हैं। उन्होंने कहा कि मातृभूमि सेवा मिशन का यह निःशुल्क योग शिविर बच्चों में स्वास्थ्य, अनुशासन और संस्कारों का विकास कर बाल दिवस की मूल भावना को प्रतिदिन सार्थक करता है। कार्यक्रम के दौरान नेहरू जी के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर पुष्प अर्पित किए गए और बाल दिवस को समर्पित संकल्प दोहराया गया।
योगाभ्यास में प्रशिक्षक अनूप शर्मा और राज अग्रहरी ने बच्चों एवं साधकों को विभिन्न आसनों, प्राणायाम और व्यायामों का अभ्यास कराते हुए स्वस्थ शरीर–स्वस्थ समाज की अवधारणा पर बल दिया।सभी ने एकस्वर में संकल्प लिया कि बाल दिवस की भावना बच्चों में शिक्षा, संस्कार, स्वास्थ्य और वैज्ञानिक चेतना को बढ़ावा देना वर्ष भर निरंतर आगे बढ़ाई जाएगी।
कार्यक्रम का संचालन इकाई के मंडल अध्यक्ष भगवत ने किया, जबकि सम्पूर्ण आयोजन मातृभूमि सेवा मिशन रायबरेली परिवार के सहयोग से पूर्ण श्रद्धा, अनुशासन और उत्साह के साथ संपन्न हुआ। कार्यक्रम का समापन “वंदे मातरम्”, “चाचा नेहरू अमर रहें” और “भारत माता की जय” के जयघोषों के साथ हुआ। बाल दिवस का यह आयोजन न केवल योगाभ्यास का एक विस्तार रहा, बल्कि बच्चों के सम्मान, संस्कार और सेवा-धर्म के प्रति मिशन की गहरी प्रतिबद्धता का जीवंत उदाहरण बनकर सामने आया।
सेवा-भाव और अनुशासन से भरे इस शिविर में बड़ी संख्या में महिलाएँ, पुरुष और बच्चे शामिल हुए। समारोह में योग साधिका में माया, रश्मी पांडेय, राकेश यादव, पिंकू सिंह, दिनेश पांडे, अतुल पांडे, अनुज यादव, संदीप यादव, सतेंद्र कुमार, समाजसेवी दिनेश मिश्रा, के.के. वर्मा पुत्तू सहित बड़ी संख्या में साधकों ने सहभागिता की।