रायबरेली : धार्मिक नगर में आगामी 13 नवंबर से शुरू हो रहे प्रांतीय मेले के आयोजन को लेकर जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। मेले में लोगों की सुरक्षा को देखते हुए पुलिस इस बार अस्थाई कोतवाली के अलावा पांच कंट्रोल रूम बनाएगी। सभी घाटों के साथ मेला क्षेत्र में पुलिस के जवान सादी वर्दी में ड्यूटी करेंगे। यही नहीं संपूर्ण मेले की वीडियो रिकार्डिंग व ड्रोन से भी नजर रखने की तैयारी चल रही है। जिलाधिकारी ने पुलिस अधीक्षक से सभी तैयारियों को मेले के आयोजन से पहले 12 नवंबर तक पूरा करने के निर्देश दिए हैं। 12 नवंबर से मेला कोतवाली काम करना शुरू कर देगी। किसी भी आपदा से निपटने के लिए मेले से पहले माकड्रिल करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधीक्षक ने डलमऊ क्षेत्राधिकारी व प्रभारी निरीक्षक को मेला क्षेत्र व पार्किंग स्थलों, चौराहे तिराहों पर पर्याप्त सिपाहियों कर तैनाती के निर्देश दिए हैं।
इस बार इसपर होगा सुधार
कस्बे के सोनू, दीपक कुमार, पुरुषोत्तम व शिवेंद्र का कहना है कि स्नान पर्व के एक दिन पहले पुलिस मुराई बाग चौराहे से लोगों को डलमऊ रोड पर जाने से रोक लगा देती है। स्थानीय लोगों को भी आने जाने में प्रतिबंध रहता है। कई बार विवाद की स्थिति बन जाती है।
इस पर प्रशासन को ध्यान देना चाहिए। तीर्थ पुरोहित निर्भय व संदीप कुमार का कहना है कि गंगा स्नान करने के लिए हजारों की संख्या में लोग परिवार के साथ बैलगाड़ियों से गंगा स्नान करने के लिए आते हैं। प्रदेश में यह पहला मेला है जहां आज भी इतनी संख्या में बैलगाड़ियों से लोग आते हैं। पुलिस के जवान बैलगाड़ियों को उनके नियत स्थान तक जाने से रोक देते हैं। ग्रामीण संस्कृति को बचाने के लिए प्रशासन को भी सहयोग करना चाहिए। इस बार बैलगाड़ियों को उनके नियत स्थान तक जाने की अनुमति देनी चाहिए।
बाक्स में…
गंगा घाटों पर अराजकतत्वों पर नजर रखने के लिए महिला व पुरुष पुलिस कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी। मेले में आने वाले लोगों को किसी भी समस्या की शिकायत के लिए मेला कोतवाली व कंट्रोल रूम की लोकेशन की जानकारी के लिए बैलून लगाने की तैयारी चल रही है।