रायबरेली : समाज कल्याण विभाग से जरूरतमंदों को स्वरोजगार के लिए दो वर्ष पहले तक विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पैसा दिया जाता था। कई वर्ष पहले करीब 533 लोग करीब एक करोड़, 28 लाख रुपये लेकर गायब हो गए। मामले को गंभीरता से लेते हुए समाज कल्याण विभाग ने नोटिस जारी कर प्रकरण पर जवाब तलब किया।
समाज कल्याण अधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को अपना पक्ष दिया है, जिसमें कर्मचारियों कर कमी के कारण वसूली न होने की बात कही है। सवाल यह है कि बिना सत्यापन के दिए गए ऋण के बाद सैकड़ों लोगों ने अपने पते ही बदल लिए हैं।
ऐसे में उनको खोजना विभागीय अधिकारियों के लिए किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है। जिला समाज कल्याण अधिकारी का कहना है कि वसूली के लिए समय समय पर नोटिस जारी की जा रही हैं। वसूली बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं।