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दिल्ली धमाके में भाई की मौत के बाद बिलखते हुए बड़े भाई ने दी घटना की जानकार

 

न्यूज़ नेटवर्क।

श्रावस्ती जनपद में दिल्ली में बम धमाके के बाद से ही भाई दिनेश मिश्रा(34) को फोन कर रहे थे, लेकिन उसका फोन नही मिल रहा था। पूरा परिवार बहुत परेशान था और लगातार हम लोग फोन कर रहे थे।

रात लगभग 11 बजे किसी ने फोन उठाया और कहा कि लोकनायक अस्पताल की इमरजेंसी में तत्काल आ जाओ। फोन पर इतना सुनते ही मैं सन्न रह गया और आननफानन में लोक नायक अस्पताल के लिए निकला। उक्त बातें दिल्ली बम धमाके में भाई को गंवाने वाले श्रावस्ती जिले के इकौना ​थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत गणेशपुर के मजरा चिकनीपुरवा निवासी गुड्डू मिश्रा ने बताई।

गुड्डू ने बिलखते हुए बताया कि वो लगभग 12 बजे लोकनायक अस्पताल पहुंचे, लेकिन उन्हें अंदर जाने नहीं दिया गया। वो गिड़गिड़ाते रहे कि उनका भाई अंदर है और उन्हें उसका कुशलक्षेम जानना है, लेकिन किसी ने उन्हें अंदर घुसने नहीं दिया। उनके हंगामा करने पर उन्हें अंदर जाने दिया गया, लेकिन उनका भाई दिनेश अंदर नहीं मिला। अंदर मिली लिस्ट में भी उनके भाई का नाम नहीं ​था, इससे वो और दहशत में आ गए।

गुड्डू ने नम आंखों के साथ बताया कि वो रात लगभग दो बजे तक अस्पताल में भटकते रहे और अपने भाई को यहां-वहां ढूंढते रहे, लेकिन उनके भाई का कुछ पता नहीं चला। इस दौरान एक एसएचओ ने उन्हें मच्र्युरी हाउस जाने की सलाह दी। मच्र्युरी पहुंचने पर उनके भाई का शव अज्ञात में रखा मिला। गुड्डू ने बताया कि उनके भाई के पास आधार मौजूद नहीं ​था, इसलिए उसके शव को अज्ञात में रखा गया था।

15 साल से रहते हैं दिल्ली, भाई प्रिटिंग प्रेस में करता था काम
मृतक दिनेश मिश्रा के भाई गुड्डू ने बताया कि परिवार के भरण-पोषण के लिए वो 15 साल से दिल्ली में रहते हैं। उनका भाई दिनेश मिश्रा चावड़ी बाजार ​स्थित एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करता था। वो लाल किला के पास घटना स्थल पर किस काम से गया ​था, इसकी जानकारी नहीं है।

परिजनों ने बताया कि दिनेश मिश्रा कुछ दिन पहले ही घर आए थे और परिवार में हंसी-खुशी का माहौल था। दो दिन पहले ही वो दिल्ली वापस गए थे, इस दौरान सोमवार की देर रात बम धमाके में उनके मौत की सूचना से पूरे परिवार में कोहराम मच गया। परिजन सूचना के बाद से ही बिलख रहे हैं और पूरे गांव में मातम जैसा सन्नाटा है।

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