न्यूज़ डेस्क। हरीपुर निवासी झाड़-फूंक करने वाले बसंतु पाल की हत्या का शनिवार को जौनपुर जिले की पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस के मुताबिक उसकी हत्या झाड़-फूंक के नाम पर लिए गए पैसे न लौटाने पर की गई। वारदात में तीन लोग शामिल थे, जिसमें दो लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू भी पुलिस को मिल गया है। एक अन्य आरोपी की तलाश पुलिस कर रही है।
जौनपुर के अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण आतिश सिंह ने बताया कि शुक्रवार सुबह सुल्तानपुर के करौंदीकला के हरीपुर निवासी बसंतु पाल का शव सुजानगंज के बाबूगंज (फत्तूपुर) गांव में झाड़ियों में पड़ा मिला था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में धारदार हथियार से हत्या किए जाने की बात प्रकाश में आई। हत्या का खुलासा करने के लिए चार टीमों का गठन किया गया था।
मृतक के मोबाइल की सीडीआर की मदद से पुलिस ने शनिवार को त्रिवेणी पाठक निवासी परसथ (बेलवा बाजार) मडियाहूं जिला जौनपुर व राजाराम निवासी कजाकपुर धोबीघाट, आदमपुर जिला वाराणसी को बेलवार पुल के पास से गिरफ्तार किया। उनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त चाकू मिला है।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनके साथ सत्तन निवासी ढकवा प्रतापगढ़ भी हत्या में शामिल था। उसकी तलाश पुलिस कर रही है। आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेजा गया ह।
हत्यारोपी त्रिवेणी व राजाराम ने पुलिस को बताया कि बसंतु पाल जौनपुर व प्रतापगढ़ में भी जाकर झाड़-फूंक का काम करता था। करीब छह माह पहले उन लोगों की मुलाकात प्रतापगढ़ जिले के ढकवा निवासी सत्तन से हुई थी। सत्तन ने उन लोगों को बसंतु पाल के बारे में बताया था। उन दोनों ने भी पारिवारिक समस्या बताते हुए बसंतु को झाड़-फूंक के लिए काफी पैसा दिया था।
सत्तन की पत्नी को लगभग 10 साल से बच्चा नहीं हो रहा था। उसने भी बसंतु को झाड़-फूंक के नाम पर काफी पैसा दे दिया था। झाड़-फूंक से कोई लाभ नहीं होने पर वह तीनों उससे पैसा मांग रहे थे। बसंतु पैसा नहीं लौटा रहा था। इसलिए उन लोगों ने मिलकर उसकी चाकू से हत्या कर शव को झाड़ी में फेंक दिया।
