रायबरेली :
सन्त निरंकारी आश्रम जगतपुर में बुधवार को सत्संग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सत्संग की अध्यक्षता करते हुए वक्ता हरिकेश ने कहा जिस प्रभु परमात्मा को मन में बसाना है । ईश्वर का आधार अर्थात भक्ति के मार्ग पर चलकर जीवन के सफर को तय करना है।
जन्म और मृत्यु एक अटल सत्य है। हम सभी को एक न एक दिन इस मायावी संसार से जाना है ।फिर भी हम सभी माया के फेर में पड़े रहते हैं । सतगुरु की कृपा होने पर ज्ञान की प्राप्ति होती है। तब कहीं अपने स्वरूप की पहचान हो पाती है। कुछ निश्चित समय के लिए संसार में मानव तन मिला है। इसे साकार करने के लिए परमात्मा की भक्ति आवश्यक है। जिस तरह कमल पानी में रहता है।
लेकिन पानी की एक बूंद उसके पत्ते के ऊपर टिक नहीं पाती। इसी तरह मानव जीवन जीना है । संसार में रहते हुए सांसारिकता हमारे मन में न बसने पाये। हमारे मन में परमात्मा का ही आधार बना रहे। यही कल्याण का मार्ग है। इस मौके पर बसन्त लाल , राम लखन , राम सुमेर, शीतला प्रसाद , कमल,वंदना ,ऊषा देवी , कर्मावती , सावित्री निर्मला आदि मौजूद रही।