न्यूज़ नेटवर्क
रायबरेली जनपद के गेगासों गंगा नदी में बने जर्जर पुल की मरम्मत पर 16 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। शुक्रवार से मरम्मत का कार्य भी शुरू करा दिया गया। पुल मरम्मत कार्य में करीब छह माह का समय लगने की बात कही जा रही है।
ऐसे में गेगासों गंगा पुल से भारी वाहनों के आवागमन का अभी लोगों को इंतजार करना पड़ेगा। बांदा-बहराइच हाईवे पर छोटे और भारी वाहनों का आवागमन होता है। इससे फतेहपुर, बांदा समेत आसपास जिले के लोग आते-जाते हैं।
सरेनी क्षेत्र के गेगासों में बना गंगा पुल जर्जर होने से तीन महीने पहले भारी वाहनों का आवागमन रोक दिया गया है। फतेहपुर की तरफ से जाने वाले वाहनों को अब लालगंज, मुराईबाग होते हुए निकाला जा रहा है। इसके लिए वाहन चालकों को अतिरिक्त 20 किमी. चक्कर काटना पड़ रहा है।
एनएचएआई ने टेंडर प्रक्रिया पूरी करने के बाद मरम्म्त का काम शुरू करा दिया गया है। एनएचएआई की ओर से इसकी मरम्मत में करीब 16 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
गंगा पुल की मरम्मत के लिए पुरानी सड़क को तोड़ने का काम चल रहा है। इसके बाद पुल में बनाए गए 29 एक्सपेंशन ज्वाइंट बदले जाएंगे। इसके अलावा पुल में लगाई गई बेयरिंग भी बदली जाएंगी। इसके अलावा अन्य खामियाें को भी दूर किया जाएगा। यह काम छह माह में पूरा करने की तैयारी चल रही है। जब तक मरम्मत का काम चलेगा, तब तक वाहनों को लालगंज, मुराईबाग होकर निकलना जाएगा।
पुल की मरम्मत का काम तेजी से चल रहा है। अभी सड़क को उखाड़ने का काम किया जा रहा है। इसके बाद पुल में आई खामियों को दूर किया जाएगा। मरम्मत के बाद पुल से भारी वाहनों का आवागमन शुरू कराया जाएगा।
-अर्जुन सिंह, डिप्टी मैनेजर, एनएचएआई
