ऊंचाहार: एनटीपीसी विद्युत तापीय परियोजना की 210 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली पांचवीं यूनिट में तकनीकी खराबी आने के चलते इसे बंद कर दिया गया है। हालांकि प्रबंधन कानपुर संचार व्यवस्था की लाइन में ट्रिपिंग का कारण बता रही है। जबकि चौथी यूनिट पहले से ही वार्षिक मरम्मत के लिए बंद है। एक साथ दो यूनिटों के बंद होने से परियोजना का 420 मेगावाट विद्युत उत्पादन प्रभावित हो रहा है।
एनटीपीसी परियोजना में छह यूनिटों की बदौलत 1550 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जाता है। इसमें यूनिट संख्या एक से लेकर पांच तक 210, 210 तो वहीं छठवीं यूनिट 500 मेगावाट विद्युत उत्पादन क्षमता वाली बनाई गई है।
यहां से उत्पादित बिजली उत्तरी ग्रिड के माध्यम से उत्तर प्रदेश के अलावा हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश समेत नौ राज्यों को भेजी जाती है। यहां की एक भी यूनिट के बंद होते ही इसका सीधा असर इन सभी राज्यों पर पड़ता है। मंगलवार की शाम परियोजना की पांचवीं यूनिट में तकनीकी खराबी आ गई। जिसके चलते प्रबंधन ने इसे बंद करा कर मरम्मत का कार्य शुरू करा दिया है।
35 दिन पहले परियोजना की युनिट संख्या चार को वार्षिक मरम्मत के लिए बंद किया गया था। समयावधि पूर्ण होने के बावजूद अभी तक प्रबंधन ने इसे संचालित नहीं कराया है। जिसके चलते परियोजना का 420 मेगावाट विद्युत उत्पादन घटकर 1130 रह गया है।
एनटीपीसी परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कमल शर्मा ने बताया कि कानपुर की संचार व्यवस्था में खराबी आने के कारण यूनिट बंद हो गई है। आवश्यक कार्यवाही के बाद इसे पुनः संचालित कर विद्युत उत्पादन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा।