ऊंचाहार (रायबरेली): सरकार मनरेगा योजना में अनियमितता व धांधली रोकने के लिए तरह-तरह के जतन कर रही है। अब मनरेगा श्रमिकों को बिना काम किए मजदूरी ले पाना मुश्किलों भरा होगा। इसके लिए शासन ने एनएमएमएस ऐप लान्च किया है। इस ऐप के माध्यम से ही मनरेगा श्रमिकों की उपस्थिति दर्ज की जाएगी। इसके लिए श्रमिक को कार्य स्थल पर ही कैमरे के सामने खड़े होकर फोटो अपलोड के साथ तीन बार पलकों को झपकाना होगा। इसमें एक बार भी पलक कम झपकी तो अनुपस्थित हो जाएंगे।
ऊंचाहार विकासखंड की 54 ग्राम पंचायतों में 17 हजार 503 जाब कार्ड धारक श्रमिक हैं। इनमें 11 हजार 668 कार्यशील श्रमिक हैं। विभाग की मानें तो एक वित्तीय वर्ष में एक्टिव जाब कार्ड धारकों को मानक के अनुसार 100 दिन का काम देने के नियम हैं। मौजूदा समय में मनरेगा मजदूरों की हाजिरी कार्य स्थल पर फोटो खींचकर लगाई जाती थी। ऐसे शासन स्तर पर शिकायतें मिल रही थी कि हाजिरी के नाम पर फर्जीवाड़ा कर घर बैठे लोगों को श्रमिक दिखाकर खाते में पैसे भेज दिए जाते थे। इसके अलावा कई मनरेगा श्रमिकों के कार्य स्थल पर न पहुंचने के बावजूद भी उनकी हाजिरी लग जाती थी।
इन्हीं व्यवस्थाओं को देखते हुए फेस स्कैन कर तीन बार पलक झपकाने पर हाजिरी लगाने की नई व्यवस्था को अपनाया जा रहा है। इससे सरकार की मनसा पर पूरी तरह से पानी फिर रहा था। अब सरकार की तरफ से धांधली पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। अब मनरेगा श्रमिकों को कार्यस्थल पर ही आनलाइन कैमरे के सामने खड़ा होकर उपस्थिति दर्ज करने की व्यवस्था एक अप्रैल से लागू होने जा रही है। इसमें तीन बार आनलाइन कैमरे के सामने पलक झपकाने पर आटोमेटिक उपस्थित दर्ज हो जाएगी। इस व्यवस्था के लान्च होते ही जहां मनरेगा योजना में धांधली पर विराम लगेगा, वहीं जाब कार्ड धारकों को बिना काम के मजदूरी लेना आसान नहीं होगा। इसके लिए सचिव तथा मेठ को प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
खंड विकास अधिकारी कामरान नेमानी ने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप व्यवस्था को एक अप्रैल से लागू किया जाना है। इसमें श्रमिकों को काम करने में आसानी होने के साथ ही आरोप प्रत्यारोप पर विराम लगेगा। इसमें सचिव, ग्राम रोजगार सेवक व मेठ को हाजिरी लगाने का प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।