रायबरेली:
लालगंज कोतवाली क्षेत्र के सरैला मजरे मीठापुर गांव निवासी बबलू की मौत के बाद उनके परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और उन्हें जेल भेजने की मांग की। इसके साथ ही, मृतक परिवार के लिए मुआवजे की मांग को लेकर उन्होंने बुधवार को शव का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया।
घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम मिथिलेश त्रिपाठी, सीओ अनिल कुमार सिंह और प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार सिंह मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी मांगों पर अड़े रहे। इसी दौरान बसपा के जिला अध्यक्ष राजेश कुमार फौजी, पूर्व जिला अध्यक्ष बालकुमार गौतम, सरेनी विधानसभा अध्यक्ष रामकिशोर पासवान और आजाद समाज पार्टी के जिला अध्यक्ष सनी गौतम, जिला उपाध्यक्ष सुजीत गौतम सहित कई अन्य पदाधिकारी भी गांव पहुंचे। उन्होंने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर न्याय दिलाने का आश्वासन दिया।
फिर अड़े परिजन, रखी कई मांगें
बुधवार को परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी और पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग को लेकर फिर से अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। उनका कहना था कि घटना के आरोपी अब भी खुलेआम घूम रहे हैं और उन्हें अब तक जेल नहीं भेजा गया है। जब तक आरोपियों को जेल नहीं भेजा जाता तब तक वे शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।
परिजनों ने एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
परिवार के सदस्यों ने प्रदेश सरकार को संबोधित एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा। जिसमें उन्होंने 50 लाख रुपये मुआवजे, परिवार के भरण-पोषण के लिए पांच बीघे जमीन, बच्चों की शिक्षा का खर्च, रहने के लिए आवास और सुरक्षा व्यवस्था की मांग की। एसडीएम ने मृतक के आश्रितों को आवास और अन्य सरकारी सुविधाएं दिलाने का भरोसा दिया। लेकिन खबर लिखे जाने तक परिजनों ने अंतिम संस्कार नहीं किया था। अभी भी सीओ समेत भारी पुलिस बल गांव में मौजूद है।