आप चाहते हैं घर आए सुख, संवृद्धि और मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहे तो करें यह उपाय

न्यूज़ डेस्क: डलमऊ बड़ा मठ के परमादर्श आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी देवेन्द्रानंद गिरि ने माघी पूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि, दो शब्दों को मिलाकर माघ शब्द बना है। जिसमें मा का अर्थ है नहीं और अघ का अर्थ है पाप अर्थात माघी पूर्णिमा को जो भक्त मां गंगा में स्नान कर दान करते हैं उनके समस्त पापों का शमन हो जाता है।

धार्मिक मान्यता है कि माघी पूर्णिमा पर गंगा या अन्य पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिलती है। गंगा स्नान के बाद गरीबों को दान देने का विषेश महत्त्व है।

धार्मिक मान्यता है कि माघी पूर्णिमा के दिन द्वार पर दीपक जलाने से घर की खराब एनर्जी बाहर चली जाती है। घर में बने मंदिर व तुलसी के पौधे के पास में घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी की कृपा घर के हर सदस्य पर बरसती है।