ऊंचाहार, रायबरेली। करोड़ों रुपए की कीमत से बन रहे फायर स्टेशन के भवन निर्माण में घटिया सामग्री के इस्तेमाल होने का मामला बढ़ता जा रहा है।
ग्रामीणों का आरोप है कि कार्यदायी संस्था द्वारा निर्माण में मानकविहीन सरिया, घटिया ईंट और मसाले का उपयोग किया जा रहा है। इस तरह फायर स्टेशन बनाने के नाम पर ठेकेदार सरकारी धन का दुरूपयोग कर रहा है।
क्षेत्र में फायर स्टेशन न होने से आग लगने कि घटना होने पर जिला मुख्यालय से अग्निशमन वाहन भेजे जाते हैं। इस समस्या को देखते हुए क्षेत्र के लोगों को जल्द मदद पहुंचाने के लिए शासन ने 10.47 करोड़ का बजट फायर स्टेशन बनाने के लिए स्वीकृत किया है। इसमें 5.23 करोड़ रुपए की स्वीकृति के बाद कार्यदायी संस्था द्वारा क्षेत्र के सवैया तिराहा के पास उन्नाव–प्रयागराज मार्ग पर साँवापुर नेवादा ग्राम पंचायत की प्रस्तावित सरकारी भूमि पर निर्माण कार्य शुरू किया गया है। जिसकी बुनियाद में ही भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है।
फायर स्टेशन भवन की बुनियाद में पिलर खड़े किए जा रहे हैं। इनमें उपयोग होने वाली सरिया मानक के विपरीत है। मानकों की अनदेखी कर के तय मैटेरियल से इतर सरिया और घटिया गुणवत्ता की ईंट समेत घटिया मसाले का उपयोग किया जा रहा