पेंशन और सेवा प्रबंधन में नए युग में सीआईएसएफ ने किया प्रवेश

मोहम्मद इसराइल, ऊंचाहार रायबरेली: भारत सरकार की राष्ट्रीय डिजिटल इंडिया पहल के हिस्से के रूप में सीआईएसएफ ने अपने ई- सर्विस पोर्टल को लॉन्च करने की घोषणा की है। नई पहल सेवानिवृत कर्मियों के लिए पेंशन प्रक्रिया प्रणाली को सुव्यवस्थित और तीव्र करने के लिए उक्त योजना लाभकारी होगी। जो की सभी बल सदस्यों के लिए सुलभ रहेगी। ई-सर्विस बुक पोर्टल के जरिए सुनिश्चित किया जाएगा की बल सदस्यों को सेवानिवृत्ति की तिथि पर ही सभी पेंशन लाभ मिल सकें। बताते चलें अभी तक सेवा पुस्तिका के भौतिक अंतरण के चलते सेवानिवृत्ति पर देय राशि के भुगतान में कई महीने की देरी होती थी।

उक्त सेवा पुस्तिका ऑनलाइन पहुंच प्रदान कर बल सदस्यों को लाभ पहुंचेगा और नया डिजिटल ढांचा सेवा पुस्तिका के भौतिक अंतरण की आवश्यकता को समाप्त करेगा। सर्विस बुक की प्रमुख विशेषता है कि यह तीव्र समय ट्रैक किये जाने की क्षमता रखता है। जिससे हितधारक के समय में पेंशन फाइलों की स्थिति देखकर परिदृश्यता और जवाब देही सुनिश्चित हो सकेगी। जिसका सीधा लाभ प्रतिवर्ष सेवानिवृत्ति होने वाले लगभग 2400 कर्मियों को मिलेगा। याद रहे वर्तमान प्रणाली में सेवा पुस्तकों का कई कार्यालय के मध्य भौतिक अंतरण होता है। जिसके परिणाम स्वरुप अधिकतर विलंब और त्रुटियां होती हैं। यह दूर दराज क्षेत्र में स्थित इकाइयों के लिए अधिक समस्या जनक है। ई-सर्विस बुक का लाभ यह है कि यह सहभागी पटल के रूप में कार्य करता हैं। जो की सेवा आंकड़ों के समय पर ही अघटन को बढ़ावा देता है। पेंशन प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के अतिरिक्त ई सर्विस बुक सेवारत कर्मियों को उनकी सेवा पुस्तिकाओं तक ऑनलाइन पहुंच प्रदान कर उन्हें सशक्त बनाता है।

सेवा रिकॉर्ड की निगरानी विसंगतियों की पहचान समय पर सुधारात्मक कार्रवाई शुरू करने में समर्थ रखता है। साथ ही सेवा रिकॉर्ड की सटीकता और पूर्णता सुनिश्चित करके ई-सर्विस बुक सेवारत कर्मियों को उनके करियर की प्रगति एवं सेवानिवृत्ति को प्रभावित ढंग से योजना बनाने में सहायता करती है। जिसके चलते संगठन में पारदर्शिता बढ़ेगी कह सकते हैं कि सीआईएसएफ की ई-सर्विस बुक पेंशन प्रणाली को आधुनिक बनाने और सीआईएसएफ कर्मियों के सेवा अनुभव को बढ़ाने की दिशा में बड़ा कदम है। जो की सुविधाजनक सेवा प्रदान करके सीआईएसफ का लक्ष्य सेवा प्रदेयता में नए मानक स्थापित करना है। उक्त जानकारी उप महानिदेशक असूचना केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल दीपक वर्मा द्वारा दी गई।

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