ऊंचाहार, रायबरेली। बिजली घर में घटिया व पीले ईंट और गुणवत्ता विहीन मसाले से जेई कार्यालय का निर्माण कराया जा रहा है। खुले आम सरकारी धन का दुरुपयोग किया जा रहा है। ज़िम्मेदार अधिकारी मूक बनकर तमाशा देख रहे हैं।
मामला नगर के बिजली घर का है। जहां आठ लाख की लागत से जेई कार्यालय और शौचालय समेत बॉथरूम बनना है। जेई सिविल ने आठ लाख एस्टीमेट पास किया है। लोगों का कहना है कि इस कार्यालय निर्माण में मानकों को ताख पर रखकर पीले व घटिया ईंट समेत गुणवत्ता विहीन मसाले का उपयोग किया जा रहा है।
ज़िम्मेदार अधिकारियों की इस ओर ध्यान नहीं दिया जाए रहा है। खुले आम सरकारी धन दुरुपयोग किया जा रहा है। स्थानीय लोगों की माने तो जेई सिविल और बिजली विभाग के अधिकारियों की सांठ गांठ है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ज़िम्मेदार बताते हैं। ऊपर तक सभी अधिकारियों की देना होता है। इसलिए मजबूरी में गुणवत्ता विहीन कार्य कराया जा रहा है। अब सोचने वाली बात है कि किसी तरह से घटिया सामग्री से सरकारी निर्माण कराकर मोटी रकम कमाई जा रही है।