डलमऊ, रायबरेली।।
कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है मान्यता है कि कुंभ के जैसा ही पुण्य प्रदान करने वाला कार्तिक पूर्णिमा स्नान दान और जब तक का परम पवित्र दिन है। एकादशी से लेकर पूर्णिमा तक देवताओं को समर्पित तिथियां हैं जिसमें देव उठनी एकादशी से देव अर्चन पूजन वंदन यजन करने से सभी को पूर्णिमा की प्राप्ति और पापों का क्षय होता है।
इस संपूर्ण मेले का सबसे महत्वपूर्ण अंग सनातन धर्म पीठ बड़ा मत डलमऊ में आयोजित होने वाले सनातन हिंदू जागृति कार्यक्रम में सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार एवं विद्वान संतो द्वारा प्रवचन तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम में रासलीला का भव्य मंचन होगा।
कार्यक्रम विवरण निम्न प्रकार से
दिनांक 3 11 2025 दिन सोमवार को 108 बटुकों का सामूहिक यज्ञोपवीत संस्कार काशी के श्रेष्ठ एकादश आचार्यों द्वारा, सायंकालीन सत्र में सत्संग का संगीत में कार्यक्रम दिनांक 4 4 11 2025 दिन मंगलवार को सुबह 8:00 बजे से 3:00 तक भारत देश के वरिष्ठ तपस्वी वेदांताचार्य संतो द्वारा मानव जीवन कल्याण हेतु प्रवचन तथा रात्रि सत्र में भव्य रासलीला का मंचन होगा।
5.11.2025 दिन बुधवार को सुबह पांच देवों की षोडशोपचार पूजन और सुबह 9बजे से भव्य रासलीला का आनंद संपूर्ण दिवस प्राप्त करें। यह संपूर्ण कार्यक्रम सनातन धर्म पिता आदिश्वर श्री श्री 1008 श्री स्वामी देवेंद्र आनंद गिरि जी की अध्यक्षता में संपन्न होंगे।
कार्यक्रम कार्यक्रम के मुख्य आयोजक स्वामी दिव्यानंद जी महाराज, स्वामी राम चैतन्य जी महाराज संपूर्ण कार्यक्रम की व्यवस्था को सुचारू रूप से संपादित कर रहे हैं। उक्त जानकारी सनातन धर्म पीठ बड़ा मठ डलमऊ के कार्यक्रम प्रचारक आचार्य सुशील शास्त्री ने प्रदान की।
