ऊंचाहार (रायबरेली): ड्रोन और चोरी की बढ़ी घटनाओं के बीच एक अक्टूबर की रात ससुराल जा रहे फतेहपुर निवासी हरिओम की ग्रामीणों ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित वीडियो के आधार पर पुलिस अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार का जेल भेज चुकी है। आरोप है कि वीडियो की ठीक से जांच न कर पुलिस निर्दोषों को भी गिरफ्तार करने के लिए दबिश दे रही है।
ज्ञात हो कि एक अक्टूबर की रात फतेहपुर जनपद के पूरे तुराब अली निवासी हरिओम वाल्मीकि ऊंचाहार कस्बा के नई बस्ती स्थित पैदल ससुराल जा रहा था। क्षेत्र में चोरी और ड्रोन की बड़ी घटनाओं के बीच रतजगा कर रहे डाड़ेपुर गांव के ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया। और ईश्वरदासपुर रेलवे स्टेशन के पास ले जाकर पीट-पीटकर मार डाला। मृतक के पिता गंगादीन की तहरीर पर पुलिस ने दो नामजद समेत अन्य अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया था।
मामले में पुलिस अब तक 16 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। डाड़ेपुर निवासी महिला नीलू देवी का कहना है कि उसका 10 वर्षीय बेटा नितिन कक्षा पांच का छात्र है। जो घटना के दिन घर में सो रहा था, पुलिस द्वारा प्रसारित वीडियो की ठीक से जांच न कर उसे मुलजिम बना दिया है। वहीं बाहरपुर निवासी बिना बहादुर सिंह ने बताया कि उनका बेटा संदीप भी घटना के दिन घर पर ही था।
पुलिस गलत चेहरे की पहचान कर उनके बेटे को मुलजिम बना रही है। आरोप है कि किशोर नितिन और संदीप के निर्दोष होने के बाद भी उन्हें पुलिस आरोपित बनाकर गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। यही नहीं घटना के दिन मिल एरिया के सराय मुगलपुर निवासी सुरेश गुप्ता पूरे बनियन मजरे पचखरा गांव में रिश्तेदारी आए हुए थे। शोर-शराबा सुनकर वह भी देखने चला गया। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
सीओ गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। घटना से संबंधित वीडियो व फोटो की तस्दीक कराई जा रही है। यदि फोटो गलत पाई गई तो दोनों के आरोपितों के नाम हटाए जाएंगे।
