अयोध्या। रामनगरी के रावत मंदिर के महंत राम मिलन दास की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार महंत ने रात में भोजन किया, जिसके कुछ देर बाद ही उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। बताया जा रहा है कि मुंह से झाग निकलने के बाद शिष्यों ने तुरंत उन्हें श्रीराम अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
घटना की सूचना मिलते ही अयोध्या कोतवाली प्रभारी मनोज शर्मा मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी। वहीं, दिगंबर अखाड़ा के महंत रामलखन दास और वामन मंदिर के महंत वैदेही बल्लभ शरण भी अस्पताल पहुंचे और निष्पक्ष जांच की मांग की।
शिष्यों का कहना है कि महंत राम मिलन दास सरल और धार्मिक स्वभाव के संत थे। वे पिछले 15 वर्षों से रावत मंदिर के महंत के रूप में सेवाएं दे रहे थे। उनके गुरु राम मिलन दास राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख अगुवाओं में से एक रहे थे।
सूत्रों के मुताबिक हाल ही में मंदिर से जुड़ी जमीन की बिक्री से करीब छह से सात करोड़ रुपये उनके खाते में आए थे। घटना की जानकारी पर डीएम निखिल टीकाराम फुंडे और एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर भी अस्पताल पहुंचे, हालांकि अब तक मौत के कारणों पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। फिलहाल पुलिस जांच में जुटी है।