रायबरेली: दीनशाह गौरा के बिन्नवा ग्राम पंचायत में 80 वर्ष के श्रमिक काम कर रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि यह श्रमिक ग्राम प्रधान ने सास, ससुर हैं। यही नहीं शिकायत कर्ता का कहना है कि देवरानी आशा बहू के पद पर कार्यरत हैं, लेकिन वह मनरेगा में श्रमिक हैं। उनके भी खाते में पैसा भेजा जा रहा है। मामले की शिकायत डीएम से होने के बाद ब्लाक कार्यालय में खलबली मची गई है।
गांव के पुष्पेंद्र मौर्य और सूरज सिंह ने डीएम व डीपीआरओ को शिकायती पत्र देकर बताया कि ग्राम प्रधान राजेश्वरी हैं, लेकिन ग्राम पंचायत का काम उनके पति समर बहादुर देखते हैं। आरोप है ग्राम प्रधान के बुजुर्ग सास, ससुर की उम्र करीब 80 साल है, लेकिन कागज पर वह 2023 से मनरेगा में काम कर रहे हैं। उनकी मजदूरी बैंक खाते में भेजी जा रही है। यही नहीं ग्राम प्रधान की देवरानी आशा कार्यकर्ता हैं। इसके बावजूद वह मनरेगा में कामगार हैं। जिलाधिकारी से शिकायत के बाद ब्लाक कार्यालय में अफरातफरी मच गई है। डीएम ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।
पूर्व में भी भ्रष्टाचार की हुई है शिकायत
ग्रामीण सूरज सिंह का कहना है 28 दिसंबर 2023 को डीएम को एक प्रार्थना पत्रत्र देकर एक निजी विद्यालय के शिक्षक को मनरेगा में श्रमिक बनाने का आरोप लगाते हुए शिकायत की थी। मामले की जांच में आरोप सही मिले। शिक्षक के बैंक खाते में 39 दिन की 8200 रुपये से अधिक की मजदूरी भेजी गई थी लेकिन अभी तक काेई कार्रवाई नहीं की गई। खंड विकास अधिकारी अशोक सचान का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।