ऊंचाहार (रायबरेली): ऐसी उपभोक्ता जो बिजली तो इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन बिल नहीं जमा कर रहे हैं। उन लोगों के घरों पर अब बिजली विभाग के कर्मचारी बकाया नोटिस लेकर पहुंच रहे हैं। बिजली विभाग के अधिकारीयों 81 हजार 365 उपभोक्ताओं की सूची तैयार कराकर नोटिस काटे जा रहे हैं। इसके तहत पहले चरण में अब तक 18 हजार 462 बकाया दारु को नोटिस भेजी जा चुकी है। इसके साथ ही विद्युत कर्मी गांव-गांव, घर घर मुनादी कराते हुए रैली निकाल कर एक मुश्त समाधान योजना (ओटीएस) का लाभ लेते हुए बिल जमा कराने का तगादा भी करेंगे।
विद्युत वितरण खंड अंतर्गत 83757 उपभोक्ता हैं, इनमें 81365 उपभोक्ताओं के 130 करोड़ 28 लाख रुपए का बकाया है। इसमें 19194 नेवर उपभोक्ता हैं, जो बिजली कनेक्शन लेने के बाद बिल जमा करना भूल गए हैं। प्रदेश सरकार ने शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में घरेलू, व्यवसायिक, औद्योगिक सहित सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं को ब्याज दर में शत-प्रतिशत छूट देने के लिए 15 दिसंबर से 31 जनवरी 2025 तक ओटीएस योजना लागू की है। शासन के निर्देश पर विद्युत विभाग द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में योजना का प्रचार प्रसार कराने के लिए गांवों में रैली निकाल कर मुनादी कराते हुए संदेश घर घर पहुंचाना है।
इसके साथ ही होर्डिंग, बैनर बनवाकर प्रमुख चौराहों समेत विद्युत उपकेंद्र, बिजली विभाग के कर्मचारियों घर पर तथा उपखंड कार्यालय में भी होर्डिंग लगाकर प्रचार प्रसार कराए जाने के निर्देश हैं। जिससे अधिक से अधिक उपभोक्ता इस ओटीएस का लाभ लेकर अपना बकाया बिल जमा कर सकें। पहले ही दिन से अधिक से अधिक उपभोक्ता अपना पंजीकरण कराएं इसके लिए बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारी क्षेत्र के बड़े बकाएदारों की सूची तैयार कर नरम रूख अख्तियार करते हुए उन्हें नोटिस थमाकर 15 दिसंबर यानी पहले ही दिन से अधिक से अधिक बकाया बिल जमा करने के लिए उपभोक्ताओं से संपर्क कर रहे हैं। यही नहीं विद्युत विभाग के एक्सईएन, एसडीओ, अवर अभियंता, लाइनमैनों ने प्रचार प्रसार शुरू कर दिया है। पंपलेट के साथ ही फेसबुक, मोबाइल काल, व्हाट्सएप के माध्यम से भी लोगों से अपील की जा रही है।
विद्युत वितरण खंड के अधिशासी अभियंता धीरेंद्र सिंह ने बताया कि 15 दिसंबर से ओटीएस योजना में पंजीकरण शुरू हो जाएंगे। छूट का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को पंजीयन के समय बकाया राशि का 30 प्रतिशत जमा करना होगा। इसके बाद वह किस्तों में भी बिल जमा कर सकेंगे। बड़े बकायदारों की सूची तैयार कर पंजीयन के लिए उन्हें प्रेरित किया जा रहा है।