मोहम्मद इसराइल ऊंचाहार रायबरेली
ऊंचाहार, रायबरेली। एम्स के इमर्जेंसी में मासूम बच्ची की इलाज न होने से मौत हो गई। परिजनों ने मासूम का शव लेकर जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचकर एम्स प्रबन्धन के विरुद्ध धरना प्रदर्शन किया।
मामला ऊंचाहार थाना क्षेत्र के जलालपुर मजरे इटोरा बुजुर्ग गाँव का है। जहां बीते 2 दिन पूर्व गाँव निवासी अभिनाश अपनी मासूम बच्ची को जिला अस्पताल में ईलाज के लिए भर्ती कराया था। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए जिला अस्पताल प्रशासन ने मासूम बच्ची को मुंशीगंज स्थित एम्स अस्पताल लिए रेफर कर दिया। जहां एम्स के इमरजेंसी में मासूम बच्ची को इलाज के लिए भर्ती नहीं लिया गया। समय से ईलाज के अभाव में सोमवार की दोपहर करीब एक बजे मासूम बच्ची की मौत हो गई।
मृतक बच्ची के परिजनों के मुताबिक जिला अस्पताल से रेफर करने के बाद जब मृतक के परिवारजन इलाज के लिए बच्ची को एम्स लेकर गए तो वहां पर इमरजेंसी में बैठे डॉक्टर ने बच्ची के इलाज के लिए दाखिले लेने से मना कर दिया। मृतक मासूम बच्ची के परिवारजन एम्स प्रशासन के सामने बच्ची के इलाज के लिए रोते और गिड़गिड़ाते हुए मिन्नतें करते रहे। लेकिन एम्स प्रशासन नहीं पसीजा और कोई सुनवाई नहीं की। मृतक के परिवारजन का आरोप है कि उनके पास न पैसा है न कोई ऊंची पहुंच जिससे वह अपनी बच्ची का इलाज करवा पाते।
अंत में वह लोग एम्स के बाहर गेट के सामने बैठकर बच्ची के इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराने को लेकर इंतजार करते रहे और आखिरकार सोमवार दोपहर 1:00 बजे बच्ची की मौत हो गई। उसके बाद मृतक बच्ची के परिजन एम्स के प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर अपनी मासूम बच्ची के शव को जिलाधिकारी कार्यालय के सामने पहुंचे जहां एम्स के प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ धरना प्रदर्शन कार्रवाई की माँग की है।