रायबरेली। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सदस्य लवकुश कुमार पीड़ित परिवार के घर मिलने पहुंचे। उन्होंने शोक संतृप्त परिवार को ढांढस बंधाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा पीड़ित परिवार को जमीन के साथ-साथ आर्थिक सहायता एक बेटे को नौकरी दी गई है। आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। पीड़ित परिवार की सुरक्षा के लिए पुलिस की व्यवस्था की गई है। हम सभी लोग पीड़ित परिवार के साथ हैं।
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति के सदस्य के सामने पिता का छलक दर्द
करीब एक घंटे तक चली वार्ता के दौरान पिता राम गोपाल ने कहा कि 18 सितंबर की घटना के बाद यदि प्रशासन ने केवल मुकदमे तक किसी भी ना रह जाती तो शायद आज यह दिन नहीं देखने पड़ते। पुलिस ने आरोपित को महज शांति भंग में चालान किया था, यदि दो दिनों के लिए ही उसे जेल भेज देती तो शायद आज हमारा परिवार जीवित होता। मौके पर मौजूद पड़ोसी गांव तिवारी पुर निवासी साथी शिक्षक गेंद राज व शिवकरन ने बताया कि शिक्षक उनसे सारी बातें बताया करता था। बताया था कि हत्यारोपित चंदन सुनील कुमार घटना से 15 दिन पूर्व परिवार की रैकी कर रहा था। कई बार अमेठी के पन्हौना कंपोजिट विद्यालय के आसपास भी देखा गया था। जिसकी शिक्षक ने सदर कोतवाली को सूचना भी दी थी। लेकिन समय रहते पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की। भविष्य की घटना को देखते हुए माननीय सदस्य ने दोनों परिवारों की सुरक्षा को लेकर एएसपी तथा सीओ को निर्देशित किया। साथ ही पेयजल को लेकर नए हैंडपंप की स्थापना के निर्देश दिए हैं।