रायबरेली: करीब सात साल पहले 26 जनवरी 2017 को ऊंचाहार के अपटा गांव में पांच निर्दोष लोगों को आग में जिंदा जलाकर सामूहिक नरसंहार की घटना को अंजाम दिया गया था। एक साथ गंगा नदी के गोकर्ण तट पर पांच चिताएं जलाई गई थी। जिसमें 17 लोगों को जेल जाना पड़ा था।
सात सालों बाद गदागंज थाना क्षेत्र के सुदामापुर गांव निवासी शिक्षक सुनील कुमार उनकी पत्नी पूनम तथा मासूम बेटी सृष्टि और लाडो को अमेठी जनपद अहोरवा भवानी कस्बे में गोली मारकर नृशंस हत्या कर दी गई। हृदय विदारक घटना से गांव में कोहराम मच गया। शनिवार को सुदामापुर गांव से चार शव निकलते ही मातम छा गया।