ऊंचाहार: मेरठ से प्रयागराज जाने वाले गंगा एक्सप्रेसवे पर चंड़रई टोल प्लाजा के पास 94 हेक्टेयर में औद्योगिक कारिडोर तैयार करने की तैयारियां जोरों से चल रही हैं। जिसको लेकर तहसील प्रशासन की ओर से किसानों को रजामंद कर अमली जामा पहनाने का प्रयास जारी है।
गंगा एक्सप्रेसवे मार्ग पर चलने वाले वाहनों तथा यात्रियों की सुख सुविधा को दृष्टिगत करते हुए गंगा यूपीडा की ओर से कारिडोर बनाने की पहला शुरू की गई है। जिसमें बाबा का पुरवा, बखिया का पुरवा, चंड़रई, पूरे भाभी, पूरे उपध्यन, खिलकटियन गांव के 467 किसाने की 88 हेक्टेयर तथा छह हेक्टर ग्राम समाज की भूमि के अधिग्रहण की तैयारियां जोरों से चल रही हैं।
लेखपाल से लेकर राजस्व निरीक्षक व तहसीलदार, एसडीएम तक गांवों के किसानों से लगातार संपर्क कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन जल्द ही जमीनों के बैनामे कराए जाने का दावा कर रहा है। जबकि अभी तक एक चौथाई मात्र 76 किसानों ने अपनी 27 हेक्टेयर भूमि का ही बैनामा किया है। अन्य किसानों को रजामंद करने के लिए प्रशासन लगातार उनके संपर्क में है।
मंगलवार को तहसीलदार आकांक्षा दीक्षित द्वारा राजस्व टीम के साथ बाबा का पुरवा गांव में किसानों को भूमि का बैनामा कराने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही सर्किल रेट से चार गुना मुआवजा देने की बात कही। एसडीएम सिद्धार्थ चौधरी ने बताया है कि शासन के निर्देश पर इटौरा बुजुर्ग तथा चंड़रई ग्राम पंचायतों के मजरों में 467 किसानों की 88 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण का आदेश प्राप्त हुआ है। किसानों से संपर्क कर अधिग्रहित भूमियों का बैनामा कराया जा रहा है।
बाबा का पुरवा निवासी मान सिंह, घनश्याम, कल्लू, श्रीनाथ, लवकुश , लवलेश, राम लखन, राम दयाल, सहदेव, वीरेंद्र, देवता दीन, कमलेश कुमार आदि किसानों ने बताया कि कारिडोर के लिए तहसील प्रशासन की ओर से जमीनों का अधिग्रहण किया जा रहा है। जमीनें जाने के बाद सबसे बड़ी समस्या बच्चों के भविष्य को लेकर है।
हम सभी की काफी जमीनें अधिग्रहण में ली जाएगी। इसको लेकर हम सभी किसानों की मांग है कि प्रत्येक परिवार से एक व्यक्ति को रोजगार मुहैया कराने के साथ मुआवजे की धनराशि बढ़ाई जाए।