नागेश त्रिवेदी
ऊंचाहार, रायबरेली: एक दशक पहले रायबरेली प्रयागराज हाईवे के चौड़ीकरण का कार्य एन एच आई के द्वारा कराया गया था। कस्बे में सड़क के दोनों बनाई गई नालियों को तोड़कर सड़क का निर्माण किया गया था। जल निकासी की व्यवस्था न होने से कस्बे में प्राथमिक विद्यालय के सामने भरे हुए भ्रष्टाचार के पानी का खामियाजा नौनिहालों को भुगतना पड़ रहा है।
कस्बे के बीच प्राथमिक विद्यालय बना हुआ है। छोटे-छोटे नौनिहाल पढ़ने आते हैं। शुक्रवार की सुबह बारिश होने पर विद्यालय के सामने जलभराव हो गया। इतना ही नहीं खाली स्थान होने की वजह से घरों से निकलने वाला गंदा पानी भी विद्यालय के सामने इकट्ठा हो जाता है। बच्चों को स्कूल के अंदर जाने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बड़े वाहनों के निकलने पर कीचड़ युक्त गंदा पानी राह गीरों पर पड़ता है।
जिला पंचायत सदस्य राकेश सिंह राना ने बताया है कि कस्बे में जल भराव की समस्या को देखते हुए वर्ष 2022 में जिला पंचायत की ओर से नाली निर्माण के लिए धन अवमुक्त किया गया था। ठेकेदार द्वारा निर्माण कार्य भी शुरू किया गया था। एन एच आई के अधिकारियों द्वारा कार्य को रोक दिया गया था। व्यापार मंडल के अध्यक्ष अनिल कुमार बाजपेई, केशव प्रसाद, त्रिलोकी सिंह, सुरेंद्र कुमार, राजेश कुमार ,विजय कुमार ,ने बताया है कि सड़क चौड़ीकरण के समय ग्राम सभा द्वारा बनाई गई पक्की नालियों को एन एच आई के ठेकेदार द्वारा तोड़कर सड़क निर्माण कराया गया। सड़क निर्माण के बाद नाली निर्माण का कार्य नहीं करवाया गया। कस्बा वासियों, छात्र-छात्राओं तथा राहगीरों को गंदे पानी के बीच से निकालना पड़ता है। एनएचएआई के सहायक परियोजना अधिकारी आयुष्मान श्रीवास्तव ने बताया है कि तत्काल प्रभाव से समस्या का समाधान करवाया जाएगा।