ऊंचाहार, रायबरेली। कोतवाली क्षेत्र के क़स्बा के मुख्य चौराहे स्थित मां ज्वेलर्स नाम से संचालित दूकान मालिक के बेटे शोभित कौशल की अग़वा कर हुई हत्या मामले में व्यापारियों का आक्रोश फूट पड़ा हैं। व्यापारियों ने लखनऊ प्रयागराज मार्ग पर जाम लगा दिया। व्यापारियों ने आरोप लगाया हैं कि यदि पुलिस ने समय रहते कार्रवाई की होती तो शोभित ज़िंदा होता हैं। हालांकि पुलिस ने मुख्य आरोपी धर्मेंद्र पासी समेत चार लोगों को हिरासत में लिया हैं।
मामला शुक्रवार दोपहर का है। ऊंचाहार मुख्य चौराहे पर स्थित एचडीएफसी बैंक के बगल में संचालित माँ ज्वैलर्स नाम से मदारीगंज मजरे सराएं परसू निवासी राकेश अपनी दुकान चलाते हैं। जिसपर उनका बीस वर्षीय शोभित बैठा था तभी शुक्रवार की दोपहर दो युवक आये और अपने साथ बाइक पर बिठा कर ले गए। थोड़ी देर बाद अगवा करने वाले युवकों में से एक बाइक से वापस लौटा और दुकान में रखी तिजोरी खोलने का प्रयास करने लगा। उसी दौरान शोभित के पिता दुकान पर आ गए और तिजोरी खोलते हुए धर्मेंद्र पासी नाम के उस युवक को दबोचकर पुलिस के हवाले कर दिया। ऊंचाहार पुलिस ने इस मामले में घोर लापरवाही करते हुए न तो धर्मेंद्र से पूछताछ की और न ही शोभित को ढूंढ़ने का प्रयास किया। इसी लापरवाही में बारह घंटे बाद सीओ मौके पर पहुंचे तो पुलिस सक्रिय हुई। हालांकि तब तक काफी देर हो चुकी थी और पुलिस को शोभित का शव सरपतहा पुल के पास से धान के खेत में बरामद हुआ।
शनिवार की सुबह जब शोभित का शव सरपतहा पुल के पास से धान के खेत में बरामद हुआ। तब आक्रोशित व्यापारियों ने लखनऊ प्रयागराज मार्ग पर जाम लगा दिया और पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाना शुरू कर दिया। उधर सूचना पर पहुंचे पूर्व विधायक कुँवर अजय पाल सिंह ने लोगों समझाया बुझाया। इसी दौरान अपर पुलिस अधीक्षक कड़ी मशक्कत के बाद अपार पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा,अरुण कुमार नौहवार और आसपास के कई थानों की पुलिस बल मौके पर पहुंची। कड़ी मशक्कत के बाद व्यापारियों ने मार्ग पर से जाम हटा दिया। अभी पुलिस मामले में आधिकारिक तौर पर घटना का कारण बताने से कतरा रही है। वहीं लोगों का कहना है कि शोभित हत्या मामला रुपए और आभूषण के लेनदेन से जुड़ा है। अपर पुलिस अधीक्षक संजीव सिन्हा ने घटना का जल्द अनावरण करने का आश्वासन दिया है।