रायबरेली: फीरोज गांधी कॉलेज शिक्षक संघ एवं लुऑक्टा की संयुक्त बैठक मनोविज्ञान विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ आलोक प्रताप सिंह के विगत 6 माह से अधिक चल रहे निलंबन को रद्द करने की मांग को लेकर लुऑक्टा अध्यक्ष डॉ मनोज पांडेय की अगुआई में धरना संस्थापक प्रबंध मंत्री स्व. ओंकारनाथ भार्गव के चित्र पर पुष्प अर्पित कर प्रारंभ किया गया । धरने में उपस्थित सभी शिक्षकों ने डॉ आलोक प्रताप सिंह के निलंबन को तत्काल रद्द करने और उन्हें ससम्मान बहाल करने तक धरना जारी रखने की बात की।
प्रकरण की जांच प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद प्रबंध तंत्र द्वारा नियमों को ताक पर रखकर अपनी अधिनायकशाही तरीके से गैर विधिक रूप से निलंबन को बरकरार रखने पर सभी साथियों ने पुरजोर विरोध दर्ज किया। धरने के दौरान प्रबंध मंत्री एवं
लुऑक्टा प्रतिनिधि मंडल की वार्ता विफल रही।
आज के धरने के बाद महामहिम राज्यपाल महोदया को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी कार्यालय में प्रशासनिक अधिकारी श्री पवन श्रीवास्तव को लुऑक्टा संयुक्त सचिव डॉ श्रीकांत उपाध्याय, प्रो अरुण कुमार, डॉ आजेंद्र, सुभाष चन्द्र के नेतृत्व में सौंपा गया।
धरने में लुऑक्टा के अनेक शिक्षक साथियों ने सहभागिता की जिसमें डॉ विक्रमसिंह,डॉ संजय सिंह, डॉ निरंजन, डॉ राजेश कुमार, डॉ सी लाल, डॉ प्रवीण सिंह, प्रो अरुण कुमार, डॉ नीलांशु, डॉ संजय श्रीवास्तव, डॉ दुर्गेश सिंह, डॉ अरविंद सिंह, डॉ शामिनी,डॉ विनय, डॉ विष्णु, डॉ श्रवण, डॉ सोनम रावत, डॉ शुभम सहित अनेक शिक्षक उपस्थित रहे।