रायबरेली जिले के लालगंज कोतवाली क्षेत्र के ऐहार के पास स्थित मार्डन रेल कोच कारखाने में रेल डिब्बा बनने का कार्य जोरो पर चल रहा है, इस वित्तीय वर्ष 2024 में यानि अप्रैल से अब तक 1150 कोच बनकर तैयार हो चुके है साथ ही मार्च तक 2 हजार कोच बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
भारतीय रेल द्वारा रेल यात्रा में सामान्य व गरीब वर्ग वर्ग को ध्यान में रखते हुए जनरल सीटिंग और स्लीपर श्रेणी के कोचो की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। साथ ही कम दूरी की यात्रा के लिए मेमू कोच का निर्माण पहली बार आरेडिका मे किया गया है जिसका पहला रैक मार्च माह में यहां से डिस्पैच किया गया है तथा प्रत्येक माह मेमू कोच डिस्पैच किये जाने की योजना भी है। साथ ही अगले वित्तीय वर्ष में आरेडिका द्वारा वन्देभारत कोच को बनाये जाने की योजना है। लिंक हॉफ मैन बुश तकनीक जर्मनी आए आयातित तकनीक है जिसमे कोचों की सेफ्टी पर ज्यादा फोकस किया गया है।
