न्यूज़ डेस्क।
युवक सऊदी अरब के रियाद शहर में गिरफ्तार हो गया। उसे तीन साल की सजा और 18 लाख भारतीय रुपए जुर्माने की सजा सुनाई गई है। वह 2 साल पहले कमाने के लिए रियाद गया था। एजेंट ने पानी का टैंकर चलाने का काम बताकर उसे कूड़ा गाड़ी चलाने के काम पर लगा दिया।
पीड़ित के पिता का कहना है कि वहां पर उसे भूखा-प्यासा रखा जाता था। उसे प्रताड़ित किया जाता था। इन्हीं सब बातों से घबरा कर वह भागकर भारत वापस आना चाहता था। उसे जैसे ही मौका मिला वह बिना भारत आने की कोशिश करने लगा और बॉर्डर पर उसे सिक्योरिटी ने पकड़ लिया।
पीड़ित के पिता ने बताया कि उसपर देश छोड़कर भागने और नियम के विरुद्ध बार्डर पार करने का केस लगा दिया। पीड़ित के परिजन मोदी-योगी सरकार और जनप्रतिनिधियों से मदद की गुहार लगाई है। युवक रायबरेली के चंदापुर थाना क्षेत्र के सिकंदरपुर गांव का रहने वाला है।
सिकंदरपुर के रहने वाले विंध्या प्रसाद खेती किसानी करके अपने परिवार को पालते हैं। इनके 7 बेटे और एक बेटी है। राजीव तीसरे नंबर का बेटा है। राजीव कमाने के लिए विदेश जाना चाहता था। राजीव और उसके पिता विंध्या ने रिश्तेदारों से कर्ज लेकर वीजा-पासपोर्ट बनवाए।
सऊदी अरब जाने के लिए एजेंट ढूंढा। एजेंट ने राजीव को 2023 में सउदी अरब के रियाद में पानी का टैंकर चलाने के लिए भेजा। बताया कि जब राजीव वहां पहुंचा तो उसे कचरा गाड़ी चलाने के काम पर लगा दिया। राजीव ने 6 महीने कर कचरा उठाने वाले ट्रेलर पर काम किया। एक दिन उसका फोन आया कि यहां उससे काम कराया जाता है, लेकिन उसे खाना पीना नहीं दिया जाता। उसे प्रताड़ित किया जाता है। इसके बाद उसका फोन आना बंद हो गया।
6 महीनों तक कोई फोन नहीं आया। घर में सभी लोग परेशान हो गए।एक दिन अचानक फिर से फोन आया। फोन पर दूसरी तरफ राजीव था। राजीव ने रोते हुए बताया कि वह भूखे-प्यासे काम करने से परेशान हो गया था। इसलिए वह काम छोड़कर वहां से भागने के लिए बॉर्डर पर गया था। यहां पर उसे पुलिस ने पकड़ लिया। उसपर देश छोड़कर भागने और नियम के विरुद्ध बॉर्डर पार करने के जुर्म में उसपर तीन साल की सजा और 18 लाख भारतीय रुपए जुर्माना लगाया है।
राजीव की मां सूरज कली ने बताया कि मेरा बेटा 2 साल पहले सऊदी अरब नौकरी की तलाश में दलाल के माध्यम से गया था। सही काम न मिलने की वजह से बीते कुछ दिन पहले गैर-कानूनी तरीके से बॉर्डर के रास्ते भारत आ रहा था। इस दौरान सऊदी सीमा पर तैनात सुरक्षा कर्मियों ने बेटे को पड़कर जेल भेज दिया है। इस समय रियाद जेल में बंद है।
“राजीव के पिता ने विंध्या ने बताया कि बेटा सऊदी अरब गया हुआ था। वहां उसे न तो समय पर खाना मिलता था और न वेतन मिलता था। इसके चलते राजीव परेशान था। जेल में बंद होने के 6 महीने बाद हम लोगों को सूचना मिली। हम लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम योगी से अपने बेटे को वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं। विंध्या ने बताया कि अकबरपुर के रहने वाले अकरम ने ही हमें एजेंट के बारे में बताया था। अकरम ने सोशल मीडिया पर सहायता की अपील की है।
तीन साल की सजा और 18 लाख रुपए का जुर्माना
अकरम ने बताया कि राजीव को 3 साल की सजा और 73,120 रियाल (18 लाख भारतीय रुपए) का जुर्माना लगाया गया है। अकरम ने बताया कि उन्होंने राजीव से फोन पर बात की। राजीव ने बताया कि जहां वह काम कर रहा था, वहां न तो समय पर वेतन मिल रहा था और न ही खाने-पीने की उचित व्यवस्था थी।
इसी दौरान वहां काम करने वाले कुछ लोगों ने उसे सलाह दी कि अगर वह यमन बॉर्डर होते हुए आगे बढ़े, तो भारत की सीमा तक पहुंच सकता है। राजीव ने उनकी सलाह मानते हुए यमन बॉर्डर की ओर जाने की कोशिश की, लेकिन सीमा पर तैनात सुरक्षा बलों ने उसे पकड़ लिया और जेल भेज दिया।
