रायबरेली । तमाम प्रयासों के बावजूद बिजली विभाग के एकमुश्त समाधान योजना में बिजली बिल के बकायेदार तनिक भी रुचि नहीं ले रहे हैं। इसे लेकर विभाग चिंतित है। उपभोक्ताओं का कहना है कि पहले बिल को सही किया जाए उसके बाद बिल को जमा कराया जाएगा। हालांकि विभागीय अधिकारी बकायेदारों से वसूली के प्रयास में हैं।
शासन ने विद्युत बकाएदारों को बकाया बिल जमा करने में रहित देने के लिए एकमुश्त समाधान योजना लागू की है। दूसरी ओर कनेक्शन धारकों का कहना है कि विभाग के कर्मचारी घर बैठकर बिल बना रहे हैं। सही बिल दिया जाए तो बकाया जल्द जमा होगा, लेकिन लोगों की इस बात पर पावर कार्पोरेशन के अधिकारी जरा भी गंभीर नहीं हैं।
पूरे समशेर के दिलबहार का कहना है कि मीटर में यूनिट कम है, इसके बावजूद बिल में अधिक रीडिंग दिखाकर बिल जारी किया जा रहा है। कोरिहर के उमांकांत का कहना है कि बिजली के बिल को सही कराने के लिए वह लगातार प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नही हो रही है। मलिक मऊ चौबारा के सूर्यपाल का कहना है कि ओसीएस को लेकर अधिकारी जितना परेशान हैं, उतना ही बिल संशोधन की शिकायतों को लेकर गंभीर हो जाएं तो लोगों की समस्याएं समाप्त हाे जाएं।
15 हजार उपभोक्ताओं में 3947 ने कराया पंजीकरण
पावर कार्पोरेशन के चार उपकेंद्रों दरीबा, अटौरा बुजुर्ग, पोरई व गुरूबख्शगंज में 26400 कनेक्शन धारक हैं। चारों उपकेंद्रों के करीब 15000 उपभोक्ताओं को ओटीएस योजना में लाभ देने का लक्ष्य है, लेकिन अभी तक महज 3947 लोगों में ओटीएस स्कीम के तहत पंजीकरण कराया है। उपखंड अधिकारी शंशाक शर्मा ने बताया कि उपभोक्ताओं को ओटीएस का लाभ लेने के लिए लगातार गांवों में शिविर लगाए जा रहे हैं।
