ऊंचाहार (रायबरेली): कार्तिक पूर्णिमा पर गोकर्ण ऋषि की तपोस्थली व दक्षिण वाहिनी मां गंगा घाट पर लगने वाला गंगा स्नान मेला आस्था, श्रद्धा और भारतीय सनातन परंपराओं का प्रतीक है। जनपद में डलमऊ के बाद इस घाट को द्वितीय गंगा घाट होने का गौरव प्राप्त है।
प्रतिवर्ष लगने वाला गंगा स्नान मेला अब केवल धार्मिक आयोजन ही नहीं, बल्कि संस्कृति महोत्सव बन चुका है। जो सामाजिक एकता व परंपराओं का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करता है। इस तीन दिवसीय मेले में पालिथीन पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध के साथ स्वच्छता को 40 सफाई कर्मियों की तैनाती की जाएगी।
क्षेत्र के अलावा अमेठी, सुल्तानपुर व प्रतापगढ़, फतेहपुर, कौशांबी आदि जनपदों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु तीन दिनों तक चलने वाले इस भव्य आयोजन में शामिल होते हैं। लोग गंगा में आस्था की डुबकी लगाकर सत्यनारायण कथा व अपने बच्चों के मुंडन संस्कार, पितरों का तर्पण आदि करते हैं। शाम को गंगा आरती व दीपदान में सामिल होकर अद्भुत नजारों का भी आनंद लेते हैं।
प्रत्येक वर्ष तहसील प्रशासन द्वारा करीब 100 एकड़ से अधिक भूमि पर कार्तिक पूर्णिमा का मेले का आयोजन होता है। गंगा किनारे तक श्रद्धालुओं की आवाजाही के लिए चौड़ी पक्की सड़क बनाए जाने के साथ-साथ स्ट्रीट लाइट लगाए जाने का काम भी शुरू हो गया है। मेला अवधि में गंगा को प्रदूषण से मुक्त रखने के लिए तहसील प्रशासन ने मेला क्षेत्र में पॉलिथीन का प्रयोग पूरी तरह से प्रतिबंधित करने का निर्णय लिया है।
लोगों को जागरूक करने के लिए मेला क्षेत्र में पॉलिथीन का प्रयोग न करने और पकड़े जाने की स्थिति में कार्यवाही किए जाने संबंधित नोटिस लगाए जाने की योजना बनाई जा रही है। इसके अलावा मेले में सफाई व्यवस्था के लिए 40 सफाई कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है यह सफाई कर्मी मेल अवध में शिप्टों (पाली) में ड्यूटी करेंगे। कूड़ा करकट निस्तारण के लिए मेला परिक्षेत्र में 50 से अधिक कूड़ेदान भी रखना जाएंगे।
एसडीएम राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि मेले से पूर्व सभी व्यवस्थाएं दुरुस्त कर ली जाएंगी। मेला स्थल तक पहुंचाने वाले मार्ग को दुरुस्त करने के साथ ही घाट पर गहरे पानी के बोर्ड लगवाने, नाव की व्यवस्था करने तथा मेला स्थल पर निगाह रखने के लिए वाच टावर बनवाने के निर्देश दिए हैं।
मेले में असामाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए मुख्य स्थान पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए जाएंगे हैं। जाम की स्थिति उत्पन्न न हो इसको लेकर मेले में छोटे बड़े वाहनों का प्रवेश का वर्जित करते हुए जगह-जगह वाहन स्टैंड की व्यवस्था कराई जाएगी।
