ऊंचाहार: कृषि भूमियों को डिजिटलाइजेशन करने के लिए दो दिसंबर से फार्मर रजिस्ट्री का कार्य प्रारंभ हो गया है। सोमवार को कृषि और राजस्व विभाग की टीम द्वारा पांच ग्राम पंचायत में कैंप लगाकर 272 किसानों का फार्मर रजिस्ट्री का कार्य कराया गया है।
किसानों को सम्मान निधि की अगली किस्त के लिए 31 दिसंबर के पूर्व ही फार्मर रजिस्ट्री कराया जाना अनिवार्य किया गया है। सोमवार को लेखपाल, कृषि विभाग, ग्राम विकास विभाग के कर्मचारी की टीम ने क्षेत्र की ग्राम पंचायत के पंचायत भवन में कैंप लगाए गए। इसमें बहेरवा में 63, गोपालपुर में 34, छतौना मरियानी में 58, उसरैना में 72 मोखरा में 45 किसानों ने फार्मर रजिस्ट्री का कार्य कराया।
फार्मर रजिस्ट्रेशन तहत समस्त किसने की सभी भूमियों के रिकॉर्ड को आधार से लिंक किया गया। किसानों का एक फार्मर आईडी युक्त गोल्डन कार्ड भी बनेगा। गोल्डन कार्ड और फार्मर आईडी के आधार पर किसानों को शान द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित किया जाएगा। इसके बाद किसान क्रेडिट कार्ड, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना समेत छतिपूर्ति का आकलन एवं भुगतान भी इसी के जरिए किया जाएगा।
किसानों द्वारा विभिन्न योजनाओं में बार-बार तहसील जाकर खतौनी के प्रमाणित प्रति निकलवाने की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। कैंप में लेखपाल सितेश सिंह, क़ृषि विभाग के प्राविधिक सहायक शिव प्रसाद चौरसिया, बहेरवा ग्राम प्रधान बबलू आदि मौजूद रहे।