तहसील में धरने पर बैठा लेखपाल संघ, किया प्रदर्शन

ऊंचाहार , रायबरेली। गाजीपुर में एंटी करप्शन टीम द्वारा रिश्वत लेते हुए पकड़े गए लेखपाल की गिरफ्तारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने मोर्चा खोल दिया है। इस मामले को गलत बताते हुए तहसील लेखपाल संघ ने विरोध प्रदर्शन तेज कर दिया है।

ज्ञात हो कि बीते गुरुवार को मरदह थाना क्षेत्र के पीपनार गांव में एंटी करप्शन टीम वाराणसी ने पैमाइश के नाम पर 5000 रुपये की रिश्वत लेते लेखपाल श्याम सुंदर को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। इसके बाद से ही लेखपाल संघ ने गिरफ्तारी का विरोध शुरू कर दिया। तहसील के लेखपालों ने काली पट्टी बांधकर काम किया था । शनिवार को समाधान दिवस का बहिष्कार करते हुए प्रदर्शन किया है। लेखपाल संघ के नेताओं ने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गईं तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
लेखपाल संघ का कहना है कि एंटी करप्शन टीम द्वारा की गई कार्रवाई गलत है और उनके साथी को झूठे मामले में फंसाया गया है। संघ ने जल्द कार्रवाई रद्द करने की मांग की है। लेखपाल संघ ने साफ कहा है कि अगर उनकी मांगों को अनसुना किया गया तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करने को मजबूर होंगे। फिलहाल, इस मामले को लेकर तनाव का माहौल है। यही नहीं लेखपाल संघ ने एंटी करप्शन टीम के कर्मचारियों को भी कठघरे में खड़ा करते हुए उनकी संपत्ति की जांच की मांग की है। इस मौके पर प्रमुख रूप से रत्नाकर शुक्ला ,हरिलाल, राम प्रकाश त्रिपाठी ,अमित यादव, प्रमोद कुमार गुप्ता, रविकांत केसरवानी ,विकास यादव ,संजय सिंह ,अभिषेक पाल, उदित जायसवाल ,रविंद्र मौर्य, पुष्पेंद्र सोनकर ,आलोक अवस्थी, तनवीर अहमद, दीपक गर्ग, कुलदीप सिंह ,हनुमत प्रसाद, ज त्रिपाठी सहित सभी लेखपाल और राजस्व निरीक्षक मौजूद थे।