न्यूज डेस्क रायबरेली: कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को मनाए जाने वाला छठ पर्व इस बार छह नवंबर को बड़ी श्रद्धा भाव से मनाया जाएगा। इस पर्व को लेकर एनटीपीसी परियोजना के महिलाओं व पुरूषों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। पूजा को दो दिन शेष रह गए हैं, लेकिन एनटीपीसी व तहसील प्रशासन द्वारा अभी तक घाटों की साफ-सफाई नहीं कराई गई है। जिसको लेकर लोगों में नाराजगी बनी हुई है।
छठ पर्व को लेकर तालाबों और घाटों पर व्रतियों द्वारा वेदियों का निर्माण कर पूजा पाठ किया जाता है। इस पर्व को लेकर एनटीपीसी परियोजना के अधिकारियों व कर्मचारियों की महिलाओं द्वारा व्रत संबंधित तैयारियां व खरीदारी भी शुरू कर दी है। यह पर्व बड़े ही धूमधाम एवं श्रद्धा भाव के साथ मनाया जाता है। बताते हैं कि छठ पर्व को लेकर रखा जाने वाला व्रत बड़ा कठिन होता है, लेकिन आस्था व मजबूत मनोबल के चलते यह व्रत पूरा कर महिलाएं व पुरुष यह मान लेते हैं, कि छठ मैया ने उनका व्रत स्वीकार कर लिया है। छठ मैया के व्रत को लेकर उनके परिवारों ने अपने घरों, आवासों व परिक्षेत्र के आसपास की साफ सफाई की शुरुआत भी कर दी है। लेकिन अभी तक परियोजना के जिम्मेदार व तहसील प्रशासन घाटों की स्वच्छता को लेकर बिल्कुल भी संजीदा नहीं है। एसडीएम सिद्धार्थ चौधरी ने बताया कि छठ पूजा को लेकर घाटों की साफ सफाई का दायित्व एनटीपीसी परियोजना का है। क्योंकि इन्हीं लोगों द्वारा मनीरामपुर गांव स्थित शारदा सहायक नहर के पास पूजा पाठ किया जाता है। इस दौरान सुरक्षा के व्यापक इंतजाम रहेंगे। परियोजना की जनसंपर्क अधिकारी कोमल शर्मा ने बताया कि जल्द ही घाट की साफ सफाई कराई जाएगी।