रायबरेली: जिले में रोजगार की कमीं ही सायद वह कारण बनी हो जिससे जिले के तीन हजार से अधिक प्रवासी श्रमिक घरबार छोड़ कर बाहर चले गए हैं। घर छोड़ने का कारण क्या है? यह किसी को पता नहीं है। लोगों का कहना है। स्थानीय स्तर पर रोजगार न मिलने के कारण लोग परिवार के साथ घर बार छोड़कर दूसरे शहरों में निवास कर रहे हैं। कारण कुछ भी हो, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इस ओर गंभीरता पूर्वक विचार करना करना होगा।
शासन ने एक माह पहले आपूर्ति विभाग को 2,19,779 प्रवासी श्रमिकों की सूची उपलब्ध कराई और सभी का सत्यापन कर राशन कार्ड बनाने के निर्देश दिए। इसी कड़ी में सभी निरीक्षकों को सूची का सत्यापन कराने के लिए निर्देश दिए गए।
जांच के बाद जो आंकड़े निकल कर सामने आए वह चौकाने वाले हैं। सूची में शामिल जिले में करीब 3155 प्रवासी श्रमिक ऐसे हैं जाे घर बार छोड़ चुके हैं। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में रोजगार नहीं है, लगातार महंगाई बढ़ रही है। गांव में रहकर परिवार चलाना मुश्किल हो रहा था। जिला पूर्ति अधिकारी विमल शुक्ला ने बताया कि 3000 से अधिक प्रवासी श्रमिक ऐसे हैं जिनका कुछ अता-पता नहीं है।