रायबरेली। कस्बे के नई बाजार मोहल्ला स्थित एक गेस्ट हाउस में बृहस्पतिवार को अमर शहीद चंद्रशेखर आजाद के बलिदान दिवस पर कवि सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें कवियों ने काव्य पाठ कर श्रद्धांजलि दी। उन्नाव से पधारे कवि कमलेश शुक्ला ने पढ़ा कि दी शहादत जिन्होंने वतन के लिए, अपना लहू बहाया चमन के लिए, देश उनका हमेशा कर्जदार है, एक पाई भी न रख्खी कफन के लिए… को लोगों ने खूब सराहा।
सुनील सरगम ने तरन्नुम में पढ़ा कि जन्मे है आजाद बैसवार में, तो तेज बैसवारे का है चारों ओर छा गया। कार्यक्रम का संचालन कर रहे कवि वाईपी सिंह ने पढ़ा कि कोई भी नेता सैनिक के बलिदान से ऊपर नहीं है। याद रखना हमारा एक भी जवान कायर नहीं है…।
कार्यक्रम के संयोजक कवि दीप अमन ने पढ़ा कि मेरी पूजा की थाली में बस भगवान है भारत, मेरा सम्मान है भारत, मेरा अभिमान है भारत…ने श्रोताओं में जोश भरा। इससे पहले कार्यक्रम में धनपालपुर निवासी शहीद फौजी रवींद्र प्रताप सिंह के परिवारीजनों का सम्मान हुआ।
रविंद्र प्रताप सिंह 2001 में जम्मू कश्मीर में दुश्मनों से लोहा लेते हुए शहीद हुए थे। उनकी मां जगराजा सिंह व बेटी शिवी सिंह को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पर्यावरण विद डॉ. एमडी सिंह ने की। इस मौके पर लायक सिंह, प्रोफेसर अरुण कुमार सिंह मुन्ना, राजा भदौरिया, डॉ. वीपी सिंह, नीशू सिंह, धर्मेंद्र सिंह, राणा प्रताप गुप्ता, राजेश सोनी, आशुतोष शुक्ला, रवी सिंह, राहुल वर्मा, सुरेश आचार्य सहित तमाम लोग मौजूद रहे।