नागेश त्रिवेदी, रायबरेली: गांव की नालियां भ्रष्टाचार की गंदगी से भरी हुई है। दुर्गंध युक्त कीचड़ से लोगों का जीना दुश्वार हो रहा है। संचारी रोगों के बढ़ने के आसार बने हुए हैं।कारण जिम्मेदारों की नाकामी के चलते सफाई कर्मी चापलूसी कर अपने दायित्व निभाने से बचते नजर आ रहे हैं।
गांव के लोगों को गंदगी से निजात दिलाए जाने के लिए सरकार द्वारा सफाई कर्मियों की नियुक्ति की गई। इनकी निगरानी के लिए ग्राम प्रधान, सचिव, सहायक विकास अधिकारी पंचायत को जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन गांव की गलियों तथा नालियों में गंदगी भरी पड़ी हुई है। जिम्मेदार जिम्मेदारी निभाने से कतराते नजर आ रहे हैं। जिसका खामियाजा ग्रामीणों को भुगतना पड़ रहा है।
ग्राम सभा दौलतपुर में सात मजरे है। सभी मजरों में कूड़ा कचरा घास से नालियां पटी हुई है। दौलतपुर गांव की गलियों में गंदगी से नालियां पटी हुई है। ग्रामीण राजेश सिंह धर्मेंद्र दिनेश नीरज महेश राजरानी रेखा सुनीता। ने बताया है कि गांव मे एक महीने से सफाई कर्मी नहीं आया। नालियों में सड़े हुए कचरे से दिन रात दुर्गंध निकलती है। संक्रामक बीमारियों के फैलने के आसार बढ़ रहे हैं। गांव के लोग मजबूरी में अपने-अपने दरवाजे स्वयं नालियों की सफाई करते हैं।
खंड विकास अधिकारी हबीबुल रब ने बताया है कि सभी ग्राम प्रधानों तथा सफाई कर्मियों को दीपावली के मौके पर गांव की नदियों की स्वच्छता कराई जाने के निर्देश दिए गए थे। इस मामले की जानकारी नहीं है। टीम लगाकर गांव की सफाई करवाई जाएगी।