मोहम्मद इसराइल, ऊंचाहार, रायबरेली। गंगा एक्सप्रेस वे के निर्माण में इस्तेमाल के लिए बड़े पैमाने पर मिट्टी का खनन किया जा रहा है। जिसमें बिना अनुमति मानकों को अनदेखी कर खनन तय मनका से ज्यादा गड्ढा किया जा रहा है। मशीनों से किए जा रहे कुंआ नुमा गड्ढे मौत का कारण बन सकते हैं। बताया जा रहा है कि मिट्टी खनन में स्थानीय अधिकारियों की मिलीभगत से मानक का मजाक उड़ाते हुए खनन किया जा रहा है।
ज्ञात हो हो कि क्षेत्र के इटौरा बुजुर्ग गाँव के पास से गंगा एक्सप्रेस सड़क वे गुजरती है। जिसका निर्माण कार्य प्रगति पर है। यह गंगा एक्सप्रेस मेरठ से प्रयागराज तक बनना है! इस एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य में इस्तेमाल होने वाली मिट्टी का बड़े पैमाने पर खनन किया जा रहा है। जिसमें मानकों की अनदेखी की जा रही है। क्षेत्र के किशुनदासपुर ग्राम पंचायत में गाटा संख्या 565 राजस्व अभिलेखों में सरकारी जमीन दर्ज है। जिसमें बिना अनुमति खनन किए जाने का वीडियो रविवार को रात इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ है। इस खनन में ठेकेदार द्वारा 25 फीट गहराई से खनन किया गया है। इसके अलावा नसीरनपुर ग्राम पंचायत में भी खलिहान की भूमि पर बिना अनुमति खनन किये जाने के मामले में क्षेत्रीय लेखपाल अनिल कुमार ने तहसीलदार को रिपोर्ट भी सौंपी है। आशंका जताई जा रही है कि मानक से इतर खनन में स्थानीय अधिकारी को मिलीभगत है।
तहसीलदार आकांक्षा दीक्षित ने बताया कि मामले में कार्यदाई संस्था के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाई की जायेगी।