रायबरेली। दहेज हत्या के मामले में जेल में बंद एक बन्दी ने गुरुवार को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जैसे ही इसकी खबर जेल के लोगों को लगी तो सनसनी फ़ैल गई। नगर कोतवाली पुलिस व फोरेंसिक टीम ने जेल पहुंचकर घटना की जांच की है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेजा है ।
जानकारी के मुताबिक अमेठी जनपद के कंचना थाना क्षेत्र के मोहनगंज निवासी 28 वर्षीय वारिस रायनी पुत्र आरिफ रायनी दहेज हत्या के मामले में पिछले पांच साल से विचारधीन कैदी के रूप में रायबरेली जेल में बंद था। गुरुवार के दिन जेल में बने टेलीफोन बूथ से उसने अपने पिता से बातचीत की। जिसके बाद वह अस्पताल के पीछे बागवानी ग्राउंड में चला गया। वहीं पर शाम करीब 5 बजे उसने अपने गमछे से नीम की डाली पर फंदा बनाया और लटक गया। जेल प्रशासन का कहना है कि जब शाम को बैरक के अंदर जाने के बाद कैदियों की गिनती की गई तो पता चला कि एक कैदी लापता है। उसे खोजा गया तो उसका शव नीम के पेड़ से लटका मिला। तुरन्त इसकी जानकारी स्थानीय थाने की पुलिस को दी गई और फोरेंसिक टीम भी मौके पर आ गई। शव के परीक्षण करके उसे पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है। मृतक के परिजनों को सूचना दे दी गई है।
वहीं जांच करने मौके पर पहुंचे नायब तहसील दार सदर तेजस्वी त्रिपाठी ने बताया कि जेल में एक बन्दी की मौत हुई है। जोकि अमेठी जनपद के रहने वाला था। सीसीटीवी में देखा गया कि वारिस मरने से पहले जेल में जहाँ खेती होती है उधर चला गया। जिधर सीसीटीवी से दिखाई नही देता उधर उसने जाकर पेड़ से अपने गमछे से फंदा बनाकर फांसी लगा ली। रात 10 बजे मजिस्ट्रेट जांच के लिये मैं जेल आया हूँ। जेल प्रशासन, स्थानीय पुलिस, फोरेंसिक द्वारा शव को नियमानुसार पेड़ से उतार कर पीएम के लिये भेजा गया है। यह कैदी दहेज हत्या के मामले में अंदर था। घटना से पहले उसने अपने घरवालों से फोन के माध्यम से बात की थी।